17 की उम्र में बनाया कंप्यूटर प्रोग्राम, स्कूलों को भिजवाई बम से उड़ाने की धमकी, अब सलाखों के पीछे जाएगा 12वीं का शातिर छात्र

17 की उम्र में बनाया कंप्यूटर प्रोग्राम, स्कूलों को भिजवाई बम से उड़ाने की धमकी, अब सलाखों के पीछे जाएगा 12वीं का शातिर छात्र
17 साल का सायबर अपराधी 17 की उम्र में बनाया कंप्यूटर प्रोग्राम, स्कूलों को भिजवाई बम से उड़ाने की धमकी, अब सलाखों के पीछे जाएगा 12वीं का शातिर छात्र
हाईलाइट
  • चेतावनी से सनसनी

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अभी हाल ही में दर्जनभर सीबीएसई स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी मामले में पुलिस ने तमिलनाडु के एक 17 वर्षीय नाबालिग पूछताछ के लिए तलब किया है। इसके लिए  मध्य प्रदेश पुलिस ने जांच में मदद की मांग करते हुए किशोर को नोटिस दिया है।

खबरों के मुताबिक आरोपी ने बॉट्स नामक एक कंप्यूटर प्रोग्राम  विकसित किया था। जिसके जरिए उसने बेंगलुरू और भोपाल के कई बड़े बड़े केंद्रीय विद्यालयों को बम से उड़ाने और उन्हें ध्वस्त करने के साथ अंजाम भुगतने की धमकी दी थी। उस समय इस चेतावनी को लेकर पूरे इलाके में सनसनी फैल गई

ऐसे मिली जानकारी

तकनीक एक्सपर्ट ने जब इस पूरे मामले की  जांच तब पता चला कि जिस मेल से धमकी भरा  संदेश आया उसका  आईपी एड्रेस सलेम  नाम के  लड़के का था। जांच टीम दो दिनों में किशोर का पता लगाने में कामयाब रही।

मध्यप्रदेश भोपाल की क्राइम पुलिस के मुताबिक एक जांच टीम को तमिलनाडु भेजा है। इस साजिश के पीछे कोई विदेशी नागरिक भी हो सकता है जिसने भोपाल और बेंगलुरु में स्कूलों को मेल भेजने के लिए तमिलनाडु के छात्र द्वारा प्रोग्राम किए बॉट्स का गलत उपयोग किया है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक सबसे पहले बॉट्स का इस्तेमाल अप्रैल में बेंगलुरु के स्कूलों को बम की धमकी वाले ईमेल भेजे गए थे। इसी तरह के ईमेल मई में भोपाल के ग्यारह प्रमुख स्कूलों को भेजे गए थे। स्कूलों को भेजे गए मैसेज फर्जी निकले।

मिली जानकारी के मुताबिक 12 वीं कक्षा के इस छात्र ने किसी विदेशी अज्ञात व्यक्ति के लिए इस प्रोग्राम को डिजाइन किया था। जिसके बदले में उसे 200 डॉलर मिले।  बाद में अनजान ईमेल आईडी से इसे इस्तेमाल में लिया गया और स्कूलों को मैसेज भेजे गए।

क्या हैं बोट्स?

आपको बता दें बॉट्स एक स्वचालित सॉफ्टवेयर प्रोग्राम है। जिसका उपयोग बड़े पैमाने पर मैसेज भेजने  में होता है। एक इंटरनेट बॉट क्लाइंट-सर्वर मॉडल में क्लाइंट की भूमिका निभाता है जबकि सर्वर की भूमिका आमतौर पर वेब सर्वर द्वारा निभाई जाती है। इंटरनेट बॉट ऐसे कार्य करने में सक्षम हैं जो सरल और दोहराव वाले हैं।


 

 

Created On :   19 May 2022 11:02 AM GMT

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