देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती के मौके पर उनसे जुड़ी 10 बातें
- तमिलनाडु में चुनावी प्रचार के दौरान राजीव गांधी पर आत्मघाती हमला हुआ था
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का जन्म 20 अगस्त 1944 को हुआ था। देश उनकी जयंती को सद्भावना दिवस के रूप में मनाता है। राजीव गांधी कांग्रेस शासन काल में अक्टूबर, 1984 से लेकर दिसंबर 1989 तक देश के प्रधानमंत्री रहे थे। भारत जब गुलामी की जंजीरों को तोड़कर स्वतंत्रता की खुशियां मना रहा था, तब राजीव गांधी महज तीन वर्ष के थे। गौरतलब है कि राजीव गांधी आजाद भारत के सबसे कम उम्र 40 साल में देश के पीएम बने थे। राजीव गांधी स्वभाव से बेहद सरल व सीधे थे।
उनके बारे में जानकारों का कहना है कि वह राजनीति में दिलचस्पी नहीं रखते थे लेकिन समय का ऐसा चक्र घूमा कि उन्हें राजनीति में एंट्री लेनी ही पड़ी। उसके पीछे की वजह पहले भाई संजय गांधी की विमान हादसे में मौत और फिर मां इंदिरा गांधी की हत्या बताई जा रही है। आइए हम राजीव गांधी की जयंती के अवसर पर उनसे जुड़ी 10 अनसुनी बातें बताते हैं..
1- राजीव गांधी देश के इकलौते प्रधानमंत्री हैं जो सबसे कम उम्र में पीएम बने।
2- राजीव गांधी फ्लाइंग क्लब के सदस्य भी रहे, जहां से उन्होंने सिविल एविएशन की प्रशिक्षण भी ली थी।
3- राजीव गांधी की रूचि पायलट बनने की रही। साल 1970 के दौरान उन्होंने पायलट के तौर पर एयर इंडिया ज्वाइन किया था
4- देश के पीएम नरेंद्र मोदी की ही तरह राजीव गांधी विजनरी थे। देशभर में डिजिटलाइजेशन व कम्प्यूटराइजेशन पर राजीव गांधी ने विशेष ध्यान दिया था।
5- साल 1981 में राजीव गांधी को कांग्रेस पार्टी के यूथ विंग का अध्यक्ष चुना गया था।
6- कांग्रेस ने राजीव गांधी के नेतृत्व में 408 सीटों के साथ पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई थी।
7- राजीव गांधी को भारतीय शास्त्रीय संगीत काफी पसंद था, वो रेडियो सुनने के साथ-साथ फोटो ग्राफी का भी शौक करते थे। राजीव गांधी सुरक्षा घेरा से दूरी रखते थे जबकि अपनी जीप खुद ड्राइव करते थे।
8- देश में कंप्यूटर क्रांति के लिए आज भी राजीव गांधी को याद किया जाता है। इसमें उनका अमूल्य योगदान रहा। देश में बिजली, तकनीकि व कंप्यूटर को लेकर राजीव गांधी हमेशा गंभीर रहे।
9- 21 मई 1991 को सुबह करीब 10 बजे राजीव गांधी से मिलने के लिए स्टेज तक गई और उनके पांव छूने के लिए जैसे ही झुकी। उसी दौरान महिला अपने आपको उड़ा ली। इस आत्मघाती हमले में राजीव गांधी की मौत हो गई थी। गौरतलब है कि राजीव गांधी एक चुनावी कार्यक्रम में तमिलनाडु गए हुए थे।
10- राजीव गांधी की हत्या के मामले में मुरुगन, संथन और पेरारिवलन को फांसी की सजा हो चुकी है, लेकिन इनको अभी तक फांसी नहीं दी गई है।
Created On :   19 Aug 2022 9:32 PM IST