जम्मू कश्मीर: राजौरी में 17 लोगों की रहस्यमयी मौतों से फैली दहशत, गांव में बनाए गए 3 कंटेंमेंट जोन

राजौरी में 17 लोगों की रहस्यमयी मौतों से फैली दहशत, गांव में बनाए गए 3 कंटेंमेंट जोन
  • जम्मू कश्मीर में रहस्यमयी मौतों से हड़कंप
  • राजौरी के बधाल गांव में 17 लोगों की गई जान
  • गांव में बनाए गए तीन कंटेंनमेंट जोन

डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। जम्मू कश्मीर के राजौरी जिले में अचानक 17 लोगों के मरने से दहशत फैल गई है। राज्य के बधाल गांव में तीन परिवार के 17 लोगों की संदिग्ध परिस्तिथियों में मौत हो गई है। जबकि, एक शख्स की हालात नाजुक है। गांव में तीव परिवार की अचानक मौत होने से हड़कंप मच गई है। इसके बाद जम्मू कश्मीर प्रशासन की ओर से गांव को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है।

इस बारे में जम्मू कश्मीर प्रशासन ने जानकारी साझा की। जिसके मुताबिक, गांव के रहने वाले एक अन्य व्यक्ति की भी हालात नाजुक है। इसके बाद शख्स को अस्तपाल में एडमिट कराया गया है। गांव में रहस्यमयी मौत के मामला सामने आने के बाद भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएस) की धारा 163 के तहत इलाके में सभी सार्वजनिक और निजी आयोजनों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। बता दें, बीएनएस की धारा 163 जिलाधिकारी को अत्यावश्यक परिस्थितियों में लिखित आदेश जारी करने की शक्ति प्रदान करती है।

गांव में बने तीन कंटेंनमेंट जोन

इन आदेशों का इस्तेमाल उपद्रव या खतरों को रोकने या उनका समाधान करने के लिए किया जा सकता है। अतिरिक्त जिलाधिकारी (राजौरी) राजीव कुमार खजूरिया की ओर से आदेश जारी किया गया। इस आदेश के मुताबिक, गांव को तीन कंटेनमेंट जोन में डिवाइड किया गया है। इसके तहत पहले जोन में मृतक परिवार को शामिल किया गया है। दूसरे जोन में इन घरों को सील करके प्रवेश को प्रतिबंध किया जाएगा।

दरअसल, दूसरे जोन में गांव के उन परिवारों के लोग को शामिल किया गया है जो प्रभावित लोगों के संपर्क में आए थे। बताया जा रहा है इन लोगों को राजौरी के सरकारी मेडिकल कॉलेज पहुंचाया गया है। यहां पर डॉक्टर्स उनकी स्वास्थ्य स्थिति की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। आदेश के मुताबिक, तीसरे जोन के तहत पूरे गांव को कंटेंनमेंट जोन घोषित किया गया है।

डॉक्टर ने मौत के पीछे की बताई वजह

इससे पहले जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने 21 जनवरी को गांव का दौरा किया था। इसके बाद उन्होंने अधिकारियों को मामले की जांच के कड़े निर्देश दिए थे। बता दें, बधाल गांव में 7 दिसंबर से 19 जनवरी के दौरान तीन संबंधित परिवारों के 17 सदस्यों की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई थी। इसके बाद मंगलवार शाम को 24 साल के अयाज अहमद का स्वास्थ्य बिगड़ने पर उसे अस्पताल में एडमिट कराया गया था।

इस घटना पर राजौरी के सरकारी मेडिकल कॉलेज के प्रिसिंपल डॉ. अमरजीत सिंह भाटिया ने जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि बधाल गांव में 17 लोगों की मौत दिमाग के प्रभावित और तंत्रिका तंत्र को नुकसान पहुंचने से हो सकती है। डॉ. भाटिया ने कहा, "चंडीगढ़ और लखनऊ से फोरेंसिक डिपार्टमेंट की टीमें यहां मौजूद हैं।"

Created On :   22 Jan 2025 5:24 PM IST

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