पीएम मोदी के अमेरिकी दौरे से परेशान ड्रेगन की नींद उड़ाएगा 'प्रलय', एस-400 तैनात, राफेल-सुखोई का भी करेंगे इस्तेमाल
- भारतीय वायुसेना ने एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम को सक्रिय कर दिया है।
- डोकलाम इलाके में चीन अपनी गतिविधियां बढ़ाने की कोशिश कर रहा है।
डिजिटल डेस्क,दिल्ली। अपनी आदतों से बाज न आने वाले चीन का कई मामलों में भारत से गतिरोध जारी हैं। एक तरफ ड्रेगन पीएम नरेंद्र मोदी के अमेरिकी दौरे से परेशान है। वहीं दूसरी ओर भी भारतीय वायुसेना ने भी चीन की नींद उड़ा रखी है जिसकी मुख्य वजह है 'प्रलय'। दरअसल हमारी वायुसेना पूर्वोत्तर भारत में एक बड़ी एक्सरसाइज करने वाली है जिसका नाम 'प्रलय' दिया गया है।
वायुसेना से जुड़े सूत्रों की मानें तो वायुसेना की एक्सरसाइज 'प्रलय' को सभी प्रमुख एयरबेस से अंजाम दिया जाएगा। इस एक्सरसाइज का हिस्सा हाल ही में तैनात किए गए ड्रोन स्क्वाड्रन भी होंगे। अधिकारियों की मानें तो हाल ही के महीनों में दूसरी कमांड लेवल एक्सरसाइज है। जिसमें ट्रांसपोर्ट और अन्य विमानों सहित राफेल,सुखोई-30 लड़ाकू विमान भी दिखाई देंगे।
एस-400 भी तैनात
'प्रलय' एक्सरसाइज ऐसे समय में हो रही है जब भारतीय वायुसेना ने एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम को सक्रिय कर दिया है। जो दुश्मन देश के किसी भी विमान या मिसाइल को 400 किलोमीटर की दूरी पर मार गिराने में सक्षम है। बता दें एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम दुनिया के कुछ ही देशों के पास है। भारत ने इस सिस्टम को रूस से अरबों डॉलर में खरीदा है।
डोकलाम क्षेत्र में बढ़ रही डैगन की गतिविधि
न्यूज एजेंसी एएनआई ने अधिकारियों के हवाले बताया कि डोकलाम इलाके में चीन अपनी गतिविधियां बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। जिसकी निगरानी लगातार भारतीय एजेंसियां कर रही हैं। जब चीनी विमान एलएसी के नजदीक उड़ान भरने या वहां भारतीय स्थानों की ओर आने की कोशिश करते हैं तो अक्सर हमारे लड़ाकू विमान उनको खदेड़ देते हैं। शिलॉन्ग में भारतीय वायु सेना की ईस्टर्न कमान के पास चीन की सीमा के साथ ही पूरे पूर्वोत्तर पर निगरानी रखने के हवाई क्षेत्र हैं।
Created On :   23 Jun 2023 9:40 PM IST