दिल्ली रेलवे स्टेशन भगदड़: हादसे के बाद कांग्रेस ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मांगा इस्तीफा, पवन खेड़ा-सुप्रिया श्रीनेत भी सरकार पर जमकर बरसे, लगाए गंभीर आरोप

हादसे के बाद कांग्रेस ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मांगा इस्तीफा, पवन खेड़ा-सुप्रिया श्रीनेत भी सरकार पर जमकर बरसे, लगाए गंभीर आरोप
  • हादसा नहीं नरसंहार है- सुप्रिया श्रीनेत
  • रेल मंत्री पर साजिश रचने के आरोप
  • 'ऑपरेशन लीपा पोती' चलाने का दावा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के रेलवे स्टेशन पर शनिवार को भगदड़ मचने से बड़ा हादसा हुआ। जिसके बाद कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) पर जोरदार निशाना साधा है। साथ ही, कांग्रेस ने वैष्णव से उनके इस्तीफे की भी मांग की है। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा का आरोप है कि रेल मंत्री ने इस हादसे को छिपाने की साजिश रची। हादसे के बाद 'ऑपरेशन लीपा पोती' चलाया गया। वहीं, कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि यह हादसा नहीं नरसंहार है।

इस्तीफे की मांग

कांग्रेस ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से इस्तीफा मांगते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर हादसे की वीडियो शेयर की है। पार्टी ने कहा कि रेल मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए। देश से माफी मांगनी चाहिए।

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'सरकार की चिंता है कि मौत की खबरों को कैसे रोका जाए'

पवन खेड़ा ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कल रात नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ मची और लाचार श्रद्धालुओं की मौत हुई। सरकार को इस बात की फिक्र नहीं रहती कि इन मौतों को कैसे रोका जाए। सरकार की चिंता रहती है कि मौत की खबरों को कैसे रोका जाए। इसलिए भगदड़ के बाद 'ऑपरेशन लीपा पोती' चलाया गया।

'यह हादसा नहीं नरसंहार है'

कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर कल रात जो हुआ, वो हादसा नहीं 'नरसंहार' है। वहां का मंजर देखकर दिल दहल गया। आस्था और विश्वास से भरे कई श्रद्धालु कुंभ जाने के लिए आए तो जरूर। लेकिन रेलवे प्रशासन की नाकामी के कारण आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक दम घुटने से 18 लोगों की मौत हो गई, जिसमें 9 महिलाएं, 4 पुरुष और 5 बच्चे शामिल हैं।

उन्होंने आगे कहा कि हादसे के चश्मदीदों की बातें सुनकर रोंगटे खड़े हो जाते हैं। कुली भाइयों ने शवों को लाद-लादकर बाहर निकाला। वहां पुलिस प्रशासन और एंबुलेंस की व्यवस्था तक नहीं थी। अस्पताल में लाशों का अंबार लगा हुआ था। लोगों के चेहरे पर अपनों को खोने के दुख के साथ ही वो दहशत दिखी, जिसका सामना उन लोगों ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर किया। श्रिनेत ने सवाल खड़ा किया कि श्रद्धालुओं के इस नरसंहार का जिम्मेदार कौन है?

Created On :   16 Feb 2025 1:35 PM IST

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