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Nagpur News: नागपुर विधानसभा क्षेत्र में इस बार योद्धा पुराने मगर चुनौतियां नई
- मुख्य मुकाबला भाजपा, कांग्रेस, राकांपा (शरद) के बीच
- महाविकास आघाड़ी में असंतोष कायम
- मुख्य मुकाबला भाजपा, कांग्रेस, राकांपा (शरद) के बीच
Nagpur News रघुनाथसिंह लोधी . विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नामांकन दर्ज कराने की अवधि समाप्त हो गई है। नागपुर जिले में साफ लग रहा है कि मुख्य मुकाबला भाजपा, कांग्रेस और राकांपा शरद गुट के बीच होगा। एक सीट पर शिवसेना के दोनों गुट आमने सामने रहेंगे। उम्मीदवारी को लेकर कांग्रेस में असंतोष अधिक है। लेकिन भाजपा के लिए भी सबकुछ आसान नहीं है। भीतरखाने भाजपा को भी खूब मशक्कत करनी पड़ी है। अधिकतर सीटों पर पुराने योद्धाओं पर दांव लगाए गए हैं। लेकिन दो एमएलए की टिकट काटकर दो एमएलसी को मौका देना पड़ा है। नाम वापसी के लिए 4 नवंबर तक इंतजार करना पड़ेगा। उसके बाद ही उम्मीदवारों को लेकर कुछ स्थिति साफ हो सकती है।
कांग्रेस में असंतोष : जिले में कांग्रेस कार्यकर्ताओं में असंतोष है। इस असंतोष को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भी दिल्ली में व्यक्त किया है। साफ कहा गया है कि सीट साझेदारी के मामले में कांग्रेस नागपुर व विदर्भ में पिछड़ गई है। जिले में 3 सीटें राकांपा शरद पवार के कोटे में चली गई है। पूर्व नागपुर में दुनेश्चर पेठे, हिंगणा में रमेश बंग व काटोल में सलिल देशमुख उम्मीदवार बनाए गए है। रमेश बंग राकांपा के विधायक व मंत्री रहे है। सलिल के पिता अनिल देशमुख गृहमंत्री रहे हैं। दुनेश्वर पेठे 15 वर्ष तक नगरसेवक रहे हैं। कांग्रेस ने दक्षिण नागपुर में शिवसेना उबाठा से सीट छिनने में सफलता पायी है। लेकिन पूर्व नागपुर व हिंगणा में कांग्रेस के इच्छुक उम्मीदवार अब भी असंतोष व्यक्त कर रहे हैं। निर्दलीय पर्चा भरकर बगावत की राह पर चल पड़े हैं।
भाजपा की स्थिति : जिले में विधानसभा की 12 में से 11 सीटों पर महायुति में भाजपा के उम्मीदवार उतारे गए हैं। एक सीट पर शिवसेना शिंदे गुट का उम्मीदवार है। भाजपा ने कामठी में विधायक टेकचंद सावरकर के स्थान विधानपरिषद सदस्य चंद्रशेखर बावनकुले को उम्मीदवारी दी है। मध्य नागपुर में विधायक विकास कुंभारे की टिकट काटकर विधानपरिषद सदस्य प्रवीण दटके को उम्मीदवार बनाया है। पूर्व नागपुर में कृष्णा खोपडे, दक्षिण पश्चिम में देवेंद्र फडणवीस व दक्षिण नागपुर में मोहन मते की उम्मीदवारी पहली सूची में ही घोषित कर दी गई। लेकिन मध्य, पश्चिम व उत्तर नागपुर के लिए काफी इंतजार करना पड़ा। इन सीटों पर उम्मीदवारी घोषित करने के मामले में वह कांग्रेस से भी पीछे रही। उत्तर में पूर्व विधायक मिलिंद माने व पश्चिम में पूर्व विधायक सुधाकर कोहले को उम्मीदवारी दी गई है। उधर काटोल में पिछले चुनाव में उम्मीदवार रहे चरणसिंह ठाकुर व उमरेड में पिछले चुनाव के उम्मीदवार सुधीर पारवे को फिर से मौका दिया गया है। सावनेर में कांग्रेस नेता सुनील केदार की पत्नी व कांग्रेस उम्मीदवार अनुजा केदार का मुकाबला भाजपा के आशीष देशमुख से होगा। आशीष व सुनील केदार के बीच पहले भी मुकाबला हो चुका है।
रामटेक में सांगली पैटर्न सबसे अधिक रामटेक सीट चर्चा में है। यहां महाविकास आघाडी में सांगली पैटर्न अपनाने की तैयारी चल रही है।बहुत संभव है कि रामटेक में आघाडी से कांग्रेस व शिवसेना उबाठा के उम्मीदवार रहेंगे। महायुति ने शिवसेना शिंदे गुट से आशीष जैस्वाल को उम्मीदवारी दी है। आघाडी ने शिवसेना उबाठा के विशाल बरबटे को उम्मीदवारी दी है। लेकिन कांग्रेस के राजेंद्र मुलक ने भी पर्चा भ्ररा है। दावा किया है कि मुलक कांग्रेस के अधिकृत उम्मीदवार रहेंगे। मुलक के समर्थन में कांग्रेस के नेताओं की बैठक भी हुई है। उधर यह दावा भी किया जा रहा है कि शरद पवार ने राकांपा से ऐसे उम्मीदवार दिए हैं जो स्वयं के बल पर चुनाव जीत सकते हैं। कांग्रेस के प्रभावी नेता सुनील केदार के साथ शरद पवार के संबंध रंग लाएंगे।
Created On :   30 Oct 2024 1:22 PM IST