सनसेट एंग्जायटी: शाम होते ही होने लगती है एंग्जायटी और टेंशन, तो हो सकती है सनसेट एंग्जायटी, जानें सनसेट एंग्जायटी के लक्षण, बचाव और कारण के बारे में
- शाम तक शुरू हो जाती है टेंशन?
- हो सकती है सनसेट एंग्जायटी की परेशानी
- सनसेट एंग्जायटी के लक्षण, कारण और बचाव
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। शाम होते तक अधिकांश लोगों को टेंशन होने लग जाती है साथ ही स्ट्रेस भी बढ़ जाता है। घबराहट और खालीपन भी बढ़ने लगता है। अगर आपके साथ ऐसा होता है तो आपको भी सनसेट एंग्जायटी हो सकती है। शाम को चिंता होना एक आम समस्या है। लेकिन उन लोगों में ज्यादा देखने मिलता है जो अपने रोज मर्रा की जिंदगी में ज्यादा स्ट्रेस लेते हैं या एक्स्टर्नल प्रेशर से जूझ रहे हैं। दिन खत्म होते-होते उनमें ये समस्या दिखने लगती है। अगर आप भी इस समस्या से जूझ रहे हैं और पता लगाना चाहते हैं तो आप भी इस परेशानी के बारे में आराम से पता कर सकते हैं। चलिए जानते हैं इस समस्या के लक्षण, कारण और बचाव के बारे में..
क्या हैं सनसेट एंग्जायटी के लक्षण?
शाम और अंधेरा होते ही चिंता और बेचैनी बढ़ने लगती है या उदासी और नेगेटिविटी बढ़ने लगती है तो हो सकता है आप भी सनसेट एंग्जायटी से परेशान हैं। इसके अलावा अकेलापन, खालीपन, नकारात्मक विचार बढ़ना, दिल की धड़कन बढ़ना, पसीना आना, हाथ पैर में कंपन होना, सांस फूलना, नींद ना आना, लोगों से दूरियां बढ़ना, ओवरथिंकिंग करने के साथ कई अन्य समस्याएं भी इसमें शामिल हैं। अगर आप इन सब चीजों से रिलेट कर पा रहे हैं तो हो सकता है आपको भी सनसेट एंग्जायटी है।
क्या हैं सनसेट एंग्जायटी के कारण?
जैसे सारी समस्याओं के कुछ न कुछ कारण होते हैं वैसे ही सनसेट एंग्जायटी के भी कारण होते हैं। जैसे कि अकेलापन महसूस करना, अकेले रहना, थकान और तनाव, खुद की समस्याओं पर ज्यादा ध्यान देना, डेली रूटीन गड़बड़ होना, शराब या कैफीन का ज्यादा सेवन करना, अपनी बातें शेयर ना करने के अलावा भी कई सारी चीजें सनसेट एंग्जायटी का कारण बनती हैं।
सनसेट एंग्जायटी के बचाव
सनसेट एंग्जायटी जैसी परेशानी से आप अपना बचाव कर सकते हैं लेकिन आपको कुछ चीजों का खास ख्याल रखना होगा। जैसे की, सोने और उठने का सही समय, व्यायाम करना, टहलना, योगा और मेडिटेशन, अपने कामों पर ज्यादा ध्यान देना, शाम को पार्क में टहलने जाना, अपना फेवरेट काम करना, नेगेटिव विचारों से दूर रहना, फैमिली और फ्रेंड्स के साथ समय बिताना, अंधेरे से दूर रहने के अलावा भी कई चीजों पर ध्यान दें। इससे आपकी सनसेट एंग्जायटी कम हो सकती है।
डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (डॉक्टर/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।
Created On :   5 Nov 2024 8:28 AM GMT