जब लोगों को अपने ही दफ्तर में होना पड़ा सेक्शुअल हैरसमेंट शिकार
डिजिटल डेस्क। ऑफिस में अगर आपको किसी की नजर गलत लगती हैं, तो इसे लाइटली लेना जल्द ही बड़ी समस्या बन सकता है। अक्सर वर्कप्लेस पर सेक्शुअल हैरसमेंट की शुरुआत ऐसे ही होती है,जो कि बेहद दुर्भाग्यपूर्ण हैं। चाहे वो सेक्सिस्ट रिमार्क की बात हो या और किसी भी तरह का अशोभनीय व्यवहार, ये जरा भी बर्दाश्त करने के काबिल नहीं होता। हालांकि कॉर्पोरेट कल्चर और फ्रेंडली बिहेवियर के नाम पर ये चीजें कई बार दबा दी जाती हैं और इसके खिलाफ आवाज उठाने पर नौकरी तक से हाथ धोना पड़ जाता है। वर्कप्लेस पर ऐसा कुछ हो तो कई लोगों को तो ये ही नहीं समझ आता कि इससे निपटा कैसे जाए? आइए जानते है लोगों के कुछ ऐसे एक्सपीरियंसेस जो आपको सेक्शुअल हैरसमेंट को समझने और बचने में मदद करेंगे। इनसे आप जान पाएंगे लोगों ने ऐसे हालातों में कैसे हिम्मत से काम लिया।
उसने मुझे कैरक्टरलेस कहा
मेरे काम की तारीफ सुनना मेरे एक कॉलीग को पसंद नहीं था, जब मुझे प्रमोशन मिला तो उसने इसे अपने ईगो पर ले लिया। काम में मेहनत करने के बजाय वह सबसे मेरी बुराई करने लगा। एक बार ऑफिस पार्टी में उसने मुझे कैरक्टरलेस कहा। उसने यहां तक कहा कि मैं अपने सीनियर्स को सेक्शुअल फेवर करती हूं इसीलिए मैं ऑर्गनाइजेशन में सर्वाइव कर पा रही हूं। तभी मेरे एक मेल कॉलीग ने उसकी पूरी बात सुन ली और इस बारे में एचआर से शिकायत की। इसके 10 दिन बाद ही उससे रिजाइन करवा लिया गया।
लिफ्ट में गलत तरीके से छुआ
ये घटना हमारी ऑफिस की लिफ्ट में हुई। एक डीसेंट से लगने वाले लड़के ने मुझे पीछे से गलत तरीके से छुआ। मुझे लगा कि गलती से हो गया होगा लेकिन उसकी हिम्मत बढ़ गई और उसने दोबारा ऐसा कर दिया। लिफ्ट खाली थी और मुझे इस बात का अहसास होने में 5 सेकंड्स लग गए। मैं मुड़ी तो उसने गंदे तरीके से मेरी ओर मुस्कुराते हुए देखा। मैंने उसको थप्पड़ मारा और लिफ्ट से बाहर आ गई।
ऑफिस टाइमिंग खत्म होने के बादा भी होने के बाद रोका गया
मेरे एक सीनियर को मुझ पर क्रश था। वह मुझे ऑफिस के बाद अक्सर कॉफी और डिनर के लिए चलने के लिए कहते थे और मैं पोलाइटली उन्हें मना कर देती थी। उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि मेरी न का मतलब न ही है। उन्होंने मुझे ज्यादा काम देना शुरू कर दिया और मुझे ऑफिस में रोकने के बहाने ढूंढ़ने लगे। एक दिन मैं देर तक काम कर रही थी, उन्होंने कुछ पूछने के बहाने मेरे कंधे पर हाथ रख दिया। मैं लगभग कांप गई, अपना बैग उठाया और ऑफिस से निकल गई। कुछ दिनों बाद मैंने एक सीनियर से शिकायत कर दी, उन्हें वॉर्निंग देकर छोड़ दिया गया।
वो मुझ पर सेक्सिस्ट कॉमेंट्स करता था
मेरा एक टीम मेट था जो खुलेआम कहता रहता था कि महिलाओं के लिए कॉर्पोरेट की सीढ़ियां चढ़ना कितना आसान होता है। वह अक्सर सेक्सिस्ट कॉमेंट करता रहता था। एक दिन सारी महिलाओं ने उसकी शिकायत करने का फैसला किया। हमने उसके व्यवहार को लेकर एचआर को मेल कर दिया साथ में उसकी ऑडियो क्लिपिंग भी अटैच कर दी। मेल से ऑफिस में हंगामा मच गया। उसे स्ट्रिक्ट वॉर्निंग दी गई, इसके बाद उसने कभी बकवास नहीं की।
लड़कों के साथ भी ऐसा होता है
लोगों को लगता है कि सिर्फ महिलाओं के साथ ही सेक्शुअल हैरसमेंट होता है लेकिन लड़कों के साथ भी ऐसा होता है। मेरे पिछले ऑर्गनाइजेशन में मेरी मैनेजर चाहती थी कि मैं उसके साथ सोऊं। मैंने कभी उसे ऐसी हिंट नहीं दी थी कि मैं उसकी ओर आकर्षित हूं या ऐसा कुछ करना चाहता हूं। लेकिन हम जब भी अकेले होते तो वह मुझसे सीधे यह बात पूछ लेती थी। मैं यह सोचकर डर गया कि वह मुझ पर झूठा इल्जाम लगाकर कहीं नौकरी से न निकाल दे। चीजें ज्यादा खराब हों इससे पहले ही मैंने रिजाइन कर दिया।
अगर आपने भी इस तरह के हालातों का कभी सामना किया है, तो जल्द से जल्द इसके प्रति सतर्क हो जाएं। इस तरह के दुर्भाग्यपूर्ण व्यवहार के खिलाफ आप अपने कुछ खास लोगों से बात करें और समस्या का हल निकालें।
Created On :   1 Jan 2018 10:06 AM IST