आई केयर टिप्स: आंखो को सुदंर बनाने के लिए न करें आर्टिफिशियल चीजों का उपयोग, हो सकती है ये परेशानियां

आंखो को सुदंर बनाने के लिए न करें आर्टिफिशियल चीजों का उपयोग, हो सकती है ये परेशानियां
  • आर्टिफिशियल चीजों से आंखों को हो सकता है नुकसान
  • इस तरह रखे अपनी आंखों का ख्याल

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हमारे चेहरे की पहली खूबसूरती हमारी आंखे ही होती हैं और हमारे चेहरे को भी खूबसूरत आंखे ही बनाती हैं। आजकल मार्केट में कई तरह के प्रोडक्ट मिलते हैं जो न केवल हमारी आंखो को सुंदर बनाते है साथ ही साथ हमारे चेहरे की भी रौनक बढ़ाते है लेकिन इसी बीच ऐसे बहुत से आर्टिफिशियल प्रोडक्ट भी है जो हमारे आंखो के साथ-साथ हमारी त्वचा के लिए भी हानिकारक होते है। शादी हो या बर्थडे पार्टी आजकल महिलाएं हर ओकेशन पर आई मेकप करना पसंद करती हैं। ऐसे में उनको अपने लिए बेस्ट मेकप प्रोडक्ट चुनना चाहिए जो उनकी आंखो पे सूट करे और उन्हें किसी तरह की हानि भी ना पहुचाएं।आंखो को और सुंदर और आर्कषित बनाने के लिए बाजार में कई तरह के फेक आईलैशेज भी मिलते हैं जो न केवल हमारी आंखो को बड़ा और अट्रैक्टिव बनाते हैं बल्कि हमारी आंखो के लिए नुकसानदायक भी साबित होते हैं। फेक आईलैशेज का ज्यादा इस्तेमाल भी आपकी आंखो को नुकसान पहुंचा सकता है। तो आइऐ जानते है फेक आईलैशेज के कुछ साइड इफेक्ट-

आंखो में जलन

कुछ मेकप प्रोडक्ट में मौजूद केमिकल्स आंखो में जलन और लालीमा पैदा कर सकते है। अगर आपको मेकप लगाने के बाद आंखो में इरीटेशन महसूस हो तो, तुरंत मेकप को साफ कर लें और आर्गेनिक प्रोडक्ट का इस्तेमाल करें। कुछ प्रोडक्ट बाजारों में कॉपी भी मिलते हैं ,जैसे की थोक बाजार में हर चीजें कम दाम पर बिकती हैं वैसे ही दुकानदार महंगे मेकप प्रोडक्ट सस्ते में बेच देते हैं। मेकप लेने से पहले तय कर लें की आपको कहा से प्रोडक्ट लेना है और कैसा लेना है।

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आंखो में संक्रमण

कुछ महिलाएं कुछ खास प्रकार के मेकप प्रोडक्ट से एलर्जिक होती हैं। ये एलर्जी आंखो के आसपास की त्वचा पर रेडनेस, स्वेलिंग या इचींग का कारन भी बन सकती है। फेक आईलैशेज से भले ही आप कुछ वक्त के लिए अच्छे दिखने लगेंगे लेकिन ये आपकी आंखो के लिए बड़ा खतरा भी बन सकती है। फेक आई लैशेज के ज्यादा इस्तेमाल से आंखो में एलर्जी और इंफेक्शन का खतरा कई गुना बढ़ सकता है।

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एलर्जिक प्रोडक्ट

कुछ महिलाएं कुछ चुनिंदा मेकप प्रोडक्ट भी चुनती है,जो उनके आंखो और त्वचा के ऊपर सूट करें। वाटरप्रूफ मेकप आंखो के लिए ज्यादा कठिन होता है क्योंकि उसे हटाना के लिए आंखो को ज्यादा रगड़ना पड़ता है,जो कि आंखो की नाजुक त्वचा को नुकसान पहुंचा सकती है। कभी-कभी महिलाएं पैसे बचाने के चक्कर में सस्ते आई लैशेज का उपयोग करती है लेकिन इसमें लगने वाला ग्लू आंखो में ड्राइनेस बढ़ा सकता है और साथ ही साथ आंखो में खुजली और धुंधलापन जैसी परेशानियां भी बढ़ सकती है। अपने आप को ज्यादा अट्रैक्टिव दिखाने के लिए कई बार हम अपनी त्वचा से समझौता कर लेते है जो कि सही नहीं है। आई लैशेज के ज्यादा इस्तेमाल से हमारी आंखो की पलके भी खराब हो सकती है। ज्यादा मस्कारा या आई लैश के उपयोग से हमारे पलको के बाल भी झड़ जाते हैं।

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डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (ज्योतिष/वास्तुशास्त्री/ डॉक्टर/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।

Created On :   13 May 2024 6:50 PM IST

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