भास्कर एक्सक्लूसिव: कौन हैं वह लोग जिनकी पुतिन ने ली जान! क्या है रूस के राष्ट्रपति के आलोचकों की मौत का राज?

कौन हैं वह लोग जिनकी पुतिन ने ली जान! क्या है रूस के राष्ट्रपति के आलोचकों की मौत का राज?
  • पुतिन पर लग रहे हैं कि विपक्ष के नेता एलेक्सी नवलनी के हत्या का आरोप
  • रूस जनता पुतिन का कर रही है जमकर विरोध
  • रूस के राष्ट्रपति के आलोचकों की मौत का राज क्या?

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का इन दिनों रूस में जमकर विरोध हो रहा है। उनपर रूस में विपक्ष के नेता एलेक्सी नवलनी के हत्या का आरोप है। ऐलेक्सी नवलनी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के मुखर आलोचकों में से एक विपक्षी नेता थे। नवलनी ने भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ी और लोकतंत्र को बढ़ावा देने के प्रयास किए थे। उन्होंने सरकारी कंपनियों के खिलाफ 2008 में एक ब्लॉग लिखकर घोटालों को उजागर किया था। इस ब्लॉग को बहुत लोकप्रियता मिली थी। उसके बाद कई नेताओं और वरिष्ठ अधिकारियों को इस्तीफा भी देना पड़ा था। लेकिन साल 2011 में रूस की संसद डूमा के बाहर सरकार विरोधी रैली का आयोजन करना नवलनी को भारी पड़ा गया। इसके लिए उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और 15 दिन की सजा सुनाई गई। इसके साथ ही नवलनी पर उग्रवाद के भी आरोप लगे थे। आरोप में उन्हें 19 साल की सजा सुनाई गई थी। नवलनी को 'आर्कटिक सर्कल' के ऊपर एक जेल कॉलोनी में रखा गया था। लेकिन कुछ दिनों पहले जेल में उनकी मौत हो गई। हालांकि, उनकी यह मौत पर अभी सस्पेंस बना हुआ है। रूस में यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी पुतिन के आलोचकों की मौत की खबर सामने आई है। आईए जानते हैं कौन हैं वो लोग।

प्लेन के पंख पर बम

एलेक्सी नवेलनी की मौत का मामला पहला नहीं है। वैगनर ग्रुप के चीफ येवगेनी प्रिगोझिन की मौत के भी आरोप पुतिन पर लगे थे। अगस्त 2023 में एक प्लेन क्रैश के दौरान वैगनर ग्रुप के चीफ की मौत हुई थी। प्रिगोझिन अपने निजी जेट से सेंट पीटर्सबर्ग जा रहे थे। तब हवा में उनके प्लेन में विस्फोट हो गया। इन दौरान प्लेन में 10 यात्री सवार थे। प्रिगोझिन समेत सभी लोगों की मौत हो गई थी। एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि उड़ान से पहले उनके प्लेन के पंख पर बम लगा दिया गया था। प्रिगोझिन ने पुतिन के कार्यकाल के दौरान रूसी सेना के खिलाफ विद्रोह छेड़ दिया था और रूस में गृहयुद्ध जैसी स्थिति हो गई थी। इस मसले को बातचीत से सुलझा लिया गया था। मगर एक रूसी जासूस ने दावा किया था कि प्रिगोझिन की मौत एक साजिश थी। खुफिया एजेंसी एफएसबी के पूर्व प्रमुख निकोलाई पेत्रुशेव ने इसे अंजाम दिया था।

छत से गिरकर मौत

रूस में पावेल एंटोव को पुतिन का बड़ा आलोचक माना जाता था। वह रूस के सबसे अमीर सांसद और कारोबारी थे। उन्होंने जून 2022 में रूस के खिलाफ यूक्रेन का सपोर्ट किया था। रूस द्वारा किए गए यूक्रेन की राजधानी कीव पर हमले की उन्होंने निंदा की थी। बाद में उनकी ओडेसा में एक होटल की तीसरी मंजिल से नीचे से गिरकर मौत हो गई थी।

खिड़की से गिरकर मौत

रवील मगानोव पुतिन के सबसे करीबी व्यक्ति थे। वह रूस की तेल कंपनी लुकोइल के चेयरमैन थे। लेकिन बात उनके एक बयान से बिगड़ी। रवील मगानोव ने मीडिया में बयान दिया था कि यूक्रेन से युद्ध जल्द से जल्द खत्म होना चाहिए। इस युद्ध का लंबा चलना देश के लिए अच्छा नहीं होगा। इससे हमें भी बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ेगा। इसके बाद सितंबर 2022 में मास्को के एक होटल के बाहर उन्हें मृत पाया गया। लोगों ने यह दावा किया कि इनकी मौत खिड़की से गिर के हुई है।

दागी चार गोलियां

बोरिस नेमत्सोव भी पुतिन के बड़े आलोचक रहे हैं। बोरिस रूस के उप-प्रधानमंत्री रह चुके हैं। उन्होंने पुतिन के खिलाफ कई विरोध प्रदर्शन और रैलियां की थी। कई बार उन्हें गिरफ्तार भी किया गया था। वह पुतिन को बिजनेसमैन के हाथों की कठपुतली बताते थे। कहा जाता है कि रूस के बड़े व्यपारी बोरिस बेरेज़ॉस्की से पुतिन के अच्छे संबंध थे। पुतिन को राष्ट्रपति की कुर्सी पर बिठाने के में बेरेज़ॉस्की का बड़ा हाथ था। बोरिस नेमत्सोव इन्हीं मुद्दो को जनता के सामने लाना चाहते थे। लेकिन फरवरी 2015 में रेस्टोरेंट से घर जाते समय एक हमलावर ने बोरिस नेमत्सोव की पीठ पर चार गोलियां दाग दी। और उनकी मौत हो गई।

Created On :   21 Feb 2024 4:28 PM IST

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