रूस-यूक्रेन युद्ध: रूस लगातार कर रहा है यूक्रेन पर हमला, जेलेंस्की ने सहयोगी देशों से मांगी मदद, युद्ध में नई रणनीति पर काम जारी

रूस लगातार कर रहा है यूक्रेन पर हमला, जेलेंस्की ने सहयोगी देशों से मांगी मदद, युद्ध में नई रणनीति पर काम जारी
  • रूस लगातार कर रहा है यूक्रेन पर हमला
  • जेलेंस्की ने सहयोगी देशों से मांगी मदद
  • रूस के हमले से परेशान है यूक्रेन

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रूस यूक्रेन पर लगातार हमले किए जा रहा है। रूस ने सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात मिसाइल और ड्रोन के जरिए यूक्रेन की राजधानी सहित अलग-अलग शहरों को निशाना बनाया है। साथ ही, रूस ने कीव को बिजली आपूर्ति करने वाली बिजली घर को भी निशाना बनाया है।

बीते रात को कम से कम पांच हवाई हमलों का अलर्ट जारी किया गया था। जिसके चलते 2 लोग मारे भी गए। ऊर्जा संयंत्रों को भी निशाना बनाया गया है। रूसी हमलों से तिलमिलाएं जेलेंस्की ने सहयोगी देशों से लंबी दूरी के हथियारों की मांग की है। जेलेंस्की के सहयोगी देश रूस के अंदर हमला करना चाह रहे हैं।

लगातार हमले कर रहा है रूस

यूक्रेन के दक्षिणी खनन एवं औद्योगिक शहर क्रिवी रिहस्ट्रक शहर के प्रमुख सैन्य शासन प्रशासक अलेक्संद्र विलकुल के मुताबिक, रिहायशी इमारतों को टारगेट किया गया है। जिससे दो लोगों की मौत हुई है। कीव के क्षेत्र में बिजली आपूर्ति ठप हो गई। यूक्रेन की वायु सेना ने कई हमले को नाकाम किया। लेकिन मलबे से जंगल में आग लग गई।

राष्ट्रपति जेलेंस्की ने भी बताया कि सोमवार को 100 से मिसाइल और ड्रोन से हमला किया गया था। हमले में बड़ी बिल्डिंग को नुकसान पहुंचाया गया।

कई शहरों को बनाया गया निशाना

हमले के बारे में जानकारी देते हुए यूक्रेन की वायु सेना ने कहा कि उसने देश के लगभग सभी इलाकों को निशाना बनाया है। रूस ने हवाई हमले के जरिए खार्किव और द्निप्रो के अग्रिम पूर्वी क्षेत्रों से लेकर दक्षिणी बंदरगाह शहर ओडेसा और राजधानी कीव को निशाना बनाया है।

यूक्रेन के प्रधानमंत्री डेनिस श्म्यहाल ने 26 अगस्त को टेलीग्राम पर लिखा कि रूसी आतंकवादियों ने एक बार फिर बिजली ग्रिडों को निशाना बनाया है। यूक्रेन के प्रधानमंत्री ने कहा कि ड्रोन, क्रूज मिसाइलों और हाइपरसोनिक मिसाइलों के साथ कम से कम 15 इलाकों को निशाना बनाया गया। उन्होंने बताया कि यूक्रेन की राष्ट्रीय ऊर्जा कंपनी, उक्रेनेर्गो को सिस्टम को स्थिर करने के लिए आपातकालीन बिजली कटौती लागू करने के लिए मजबूर होना पड़ा है।

Created On :   27 Aug 2024 4:56 PM GMT

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