अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2024: ट्रंप या कमला, किसकी जीत से भारत को होगा ज्यादा फायदा? समझें पूरा गणित

ट्रंप या कमला, किसकी जीत से भारत को होगा ज्यादा फायदा? समझें पूरा गणित
  • 5 नवंबर को होने वाले हैं अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव
  • ट्रंप के जीतने पर वीजा पॉलिसी में सख्ती
  • कमला के जीतने पर वीजा नियमों में सुविधा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव अब अपने आखिरी चरण में पहुंच चुका है। 5 नवंबर 2024 को होने वाला यह राष्ट्रपति चुनाव सिर्फ अमेरिका के लिए ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए अहम होने वाला है। यह मुकाबला डेमोक्रेटिक पार्टी के डोनाल्ड ट्रम्प और रिपब्लिकन पार्टी की कमला हैरिस के बीच होने जा रहा है। वहीं, बात करें इस चुनाव के असर का तो ये सिर्फ अमेरिका तक ही सीमित नहीं रह जाएगा। बल्कि, इसका असर उन देशों पर भी पड़ सकता है, जिनके छात्र वहां पढ़ाई करने जाते हैं। भारत भी इनमें से एक है जहां से हर साल लाखों तदाद में छात्र अमेरिका में उच्च शिक्षा के सपने के साथ जाते हैं। इस चुनाव के नतीजे भारतीय छात्रों के लिए अमेरिका में शिक्षा, रोजगार और अवसरों पर गहरा असर डाल सकता है। तो ऐसे में खासकर सबकी नजर अमेरिका के एजुकेशन सिस्टम पर टिकी हुई हैं। अगर डोनाल्ड ट्रम्प राष्ट्रपति बनते हैं, तो भारतीय छात्रों के लिए अमेरिका में पढ़ाई और करियर के रास्ते कुछ मुश्किल हो सकते हैं। क्योंकि, ट्रम्प का फोकस "अमेरिका फर्स्ट" पर रहता है जिससे वे वीजा और प्रवासी नियमों में सख्ती ला सकते हैं। तो वहीं दूसरी ओर कमला हैरिस का रुख ज्यादा खुलेपन और विविधता पर आधारित है। भारतीय मूल की होने के कारण वे भारतीय छात्रों के समस्याओं को अच्छे से समझती हैं और शायद वीजा नियमों में कुछ सुविधा ला सकती हैं। तो कुल मिलाकर इन दोनों नेताओं के विजन में काफी अंतर है जो भारतीय छात्रों पर अलग-अलग असर डाल सकता है। ऐसे में आइए कुछ पॉइंटरस से समझते हैं कि अगर ट्रम्प या हैरिस में से कोई जीतता है तो भारतीय छात्रों को क्या चुनौतियां और क्या फायदे हो सकते हैं?

अमेरिका का एजुकेशन सिस्टम दुनिया की सबसे अच्छी उच्च शिक्षाओं में से एक माना जाता है। इसलिए अपने सपनों को पूरा करने के लिए हर साल लाखों भारतीय छात्र उच्च शिक्षा के लिए वहां जाते रहते हैं। इन दोनों नेताओं की जीत से भारतीय छात्रों के लिए शिक्षा, वीजा और करियर के अवसरों पर अलग-अलग प्रभाव पड़ सकते हैं। चलिए इन्हें थोड़ा विस्तार में जानने की कोशिश करते हैं।

अगर अमेरिका में डोनाल्ड ट्रम्प जीतते हैं तो क्या होगा?

वीजा पॉलिसी में सख्ती

बी.बी.सी रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप के लीडरशिप में वीजा नियमों में सख्ती बढ़ सकती है। उन्होंने पहले भी विदेशी छात्रों के वीजा रूल को सख्त करने की कोशिश की थी। ऐसे में उनके दोबारा इस सत्ता में आने पर इस पॉलिसी की सख्ती को आगे बढ़ाया जा सकता है। इससे वीजा नियमों में बदलाव और H1-B जैसे वीजा पर रोक लग सकती है। जिससे भारतीय छात्रों को अपने करियर में थोड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।

एजुकेशन सिस्टम में प्राइवेटाइजेशन

ट्रंप एजुकेशन सिस्टम में प्राइवेटाइजेशन को बढ़ावा दे सकते हैं। उनका "अमेरिका फर्स्ट" पॉलिसी से शिक्षा की कीमत में ग्रोथ हो सकती है। इससे भारतीय छात्रों के लिए अमेरिका में पढ़ाई करना और भी महंगा हो सकता है। तो ऐसे में सरकारी सहायता कम होने की वजह से आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों के लिए उच्च शिक्षा का सपना मुश्किल हो सकता है।

मल्टीकल्चरल माहौल में कमी

बी.बी.सी रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रम्प पॉलिसी प्रवासियों के प्रति काफी सख्त है, जिससे मल्टी-कल्चरल माहौल में कमी आ सकती है। यह भारतीय छात्रों के लिए मुश्किल की स्थिति पैदा कर सकता है, जिसमें वे खुद को आइसोलेटेड महसूस कर सकते हैं। साथ ही, रेसियल डिस्क्रिमिनेशन के मामले भी बढ़ सकते हैं, जिससे भारतीय छात्रों के लिए पढ़ाई का एक्सपीरियंस थोड़ा मुश्किल हो सकता है।

अंतरराष्ट्रीय छात्रों पर डिपेंडेंसी कम करना

ट्रम्प प्रशासन अमेरिकी छात्रों को ज्यादा प्रायोरिटी देने के पक्ष में हो सकते हैं। उनकी "अमेरिका फर्स्ट" निती में ये कोशिश रह सकती है कि यूनिवर्सिटी में अमेरिकी छात्रों की तादाद बढ़े और विदेशी छात्रों की तादाद सीमित रहे। इसका परिणाम यह होगा कि भारतीय छात्रों के लिए वहां के कॉलेज और यूनिवर्सिटी में सीटें कम हो सकती हैं, जिससे उन्हें अच्छे यूनिवर्सिटी में एंट्री पाना मुश्किल हो सकता है।

वर्क ऑप्शंस में कटौती

बी.बी.सी रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रम्प की पॉलिसी के तहत पढ़ाई के बाद अमेरिकी कंपनियों में काम करने के अवसर भी सीमित हो सकते हैं। खासकर H1-Bजैसे काम वाले वीजा के कड़े नियम होने से भारतीय छात्रों को पढ़ाई के बाद नौकरी पाने में कठिनाइयां आ सकती हैं। साथ ही उनके इंटर्नशिप और ऑप्शनल प्रैक्टिकल ट्रेनिंग (OPT)जैसे प्रोग्रामस में भी कमी आ सकती है।

अगर अमेरिका में कमला हैरिस जीतती हैं तो क्या होगा?

वीजा नियमों में सुविधा

बी.बी.सी रिपोर्ट के मुताबिक, अगर कमला हैरिस जीतती हैं, तो भारतीय छात्रों के लिए वीजा लेना आसान हो सकता है। कमला हैरिस भारतीय मूल की हैं और वो भारतीय छात्रों के प्रॉब्लम को समझ सकती हैं। वो शिक्षा और करियर के मौके को बढ़ावा देने के सपोर्ट में हैं। इससे भारतीय छात्रों को आसानी से वीजा मिल सकता है और वे अपनी पढ़ाई और नौकरी भी पूरी कर सकते हैं।

रिसर्च और इनोवेशन के अवसर

अमेरिका के उच्च शिक्षा में रिसर्च और इनोवेशन पर बहुत जोर दिया जाता है। ऐसे में कमला हैरिस का प्रशासन रिसर्च में इन्वेस्टमेंट को बढ़ावा दे सकता है। इससे भारतीय छात्रों को उच्च स्तर की रिसर्च में योगदान करने का अवसर मिलेगा और वे अपने फील्ड में महत्वपूर्ण कार्य को अच्छे से कर सकेंगे।

शिक्षा में विविधता और समानता पर जोर

बी.बी.सी रिपोर्ट के मुताबिक, कमला हैरिस शिक्षा में समानता और विविधता को बढ़ावा देने में विश्वास रखती हैं। इससे भारतीय छात्रों के लिए एक फ्रेंडली एनवायरनमेंट तैयार हो सकता है। भारतीय छात्रों को इससे अपनी कल्चरल आइडेंटिटी के साथ शिक्षा प्राप्त करने का भी मौका मिलेगा। जिससे उन्हें शिक्षा के दौरान भेदभाव का सामना नहीं करना पड़ेगा।

पोस्ट-ग्रेजुएट अवसरों में विस्तार

कमला हैरिस के प्रशासन में STEM (Science, Technology, Engineering, Mathematics) के फील्ड में भारतीय छात्रों को अच्छे अवसर मिल सकते हैं। अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्हें अमेरिकी कंपनियों में काम करने के अवसर मिल सकते हैं। साथ ही, हैरिस के लीडरशिप में ऐसे प्रोग्राम शुरू हो सकते हैं, जो अंतरराष्ट्रीय छात्रों को रोजगार के अच्छे सुविधा प्रदान कर सके।

भारत-अमेरिका संबंधों में मजबूती

एनडीटीवी प्रॉफिट की रिपोर्ट के मुताबिक, कमला हैरिस का भारतीय मूल से जुड़ाव है। इस कारण उनके कार्यकाल में भारत-अमेरिका संबंधों में मजबूती आ सकती है। इससे दोनों देशों के बीच एजुकेशन और टेक्निकल फील्ड में काफी फायदा देखने को मिल सकता है। इससे भारतीय छात्रों के लिए अमेरिका में शिक्षा के और बेहतर अवसर उपलब्ध हो सकते हैं। जो उनके एजुकेशन और टेक्निकल दोनों फील्ड में फायदा पहुंचा सकती है।

तो कुल मिलाकर ट्रम्प के टेन्योर में जहां भारतीय छात्रों के लिए अवसर सीमित हो सकते हैं। तो वहीं कमला हैरिस के टेन्योर में भारतीय छात्रों के लिए अमेरिका में शिक्षा और रोजगार के अवसर बेहतर हो सकते हैं। इससे भारतीय छात्र अमेरिका में अपनी पढ़ाई पूरी कर भारत के ग्रोथ में भी अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं, जिससे दोनों देशों के संबंध और भी मजबूत हो सकते हैं।

Created On :   26 Oct 2024 10:09 AM GMT

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