आरोप तय: बांग्लादेशी नोबेल शांति पुरस्कार विजेता की बढ़ी मुश्किलें, जानिए विवादों में क्यों घिरते जा रहे हैं मुहम्मद यूनुस

बांग्लादेशी नोबेल शांति पुरस्कार विजेता की बढ़ी मुश्किलें, जानिए विवादों में क्यों घिरते जा रहे हैं मुहम्मद यूनुस
  • विवादों में घिरते जा रहे हैं मुहम्मद यूनुस
  • 20 लाख से ज्यादा अमेरिकी डॉलर के गबन का आरोप
  • जीत चुके हैं नोबेल शांति पुरस्कार

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बांग्लादेशी नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। श्रम कानूनों को नहीं मानने के आरोप में 6 महीने जेल की सजा पाने वाले यूनुस अब एक नए विवाद में फंसते नजर आ रहे हैं। मुहम्मद यूनुस सहित 13 अन्य लोगों पर बांग्लादेश के एक कोर्ट ने गबन के आरोप तय किए हैं। कोर्ट ने बुधवार को उनपर 20 लाख अमेरिकी डॉलर से ज्यादा राशि के गबन का आरोप तय किया है। हालांकि, उन्होंने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। बता दें श्रम कानूनों को नहीं मानने के मामले में यूनुस को 6 महीने की जेल की सजा सुनाई गई थी, लेकिन फिलहाल वह इस मामले में जमानत पर हैं।

यूनुस ने खारिज किए सभी आरोप

मुहम्मद यूनुस ने अपने ऊपर लगाए गए गबन के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि मैं किसी भी भ्रष्टाचार में शामिल नहीं हूं। युनूस ने अधिकारियों पर उन्हें और उनके सहयोगियों को परेशान करने का आरोप लगाया है। इसके अलावा इस मामले में 13 अन्य आरोपियों के वकीलों ने भी अपने मुवक्किलों को बेकसूर बताया है साथ ही कोर्ट से छूट देने की मांग की थी। हालांकि, कोर्ट ने याचिका खारिज करते हुए कहा कि प्राथमिक रूप से सभी आरोपियों के खिलाफ आरोप साबित हो गया है। बता दें मामले पर अगली सुनवाई 15 जुलाई को होगी।

क्या है पूरा मामला?

नोबेल शांति पुरस्कार विजेता सहित अन्य 13 लोगों पर ग्रामीण टेलीकॉम के श्रमिक कल्याण कोष से 20 लाख अमेरिकी डॉलर से ज्यादा गबन करने का आरोप है। दरअसल, बांग्लादेश के सबसे बड़े मोबाइल फोन ऑपरेटर ग्रामीणफोन में ग्रामीण टेलीकॉम की 34.2 प्रतिशत हिस्सेदारी है। बता दें ग्रामीणफोन नॉर्वे की टेलीकॉम दिग्गज टेलीनॉर की सहायक कंपनी है। सुनवाई के बाद कोर्ट के बाहर मीडिया से बातचीत के दौरान मुहम्मद युनूस ने कहा कि अभी तक उनपर दोष साबित नहीं हुआ है। इसके बावजूद उन्हें कठघरे में काफी देर तक खड़ा रखा गया।

Created On :   13 Jun 2024 5:47 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story