मोदी 3.0: 'भारत से राजनायिक संबंधों को सुधार करने का यह सही समय..!', जानिए नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण से पहले पाकिस्तान के पूर्व मंत्री ने क्यों कही ये बात

भारत से राजनायिक संबंधों को सुधार करने का यह सही समय..!, जानिए नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण से पहले पाकिस्तान के पूर्व मंत्री ने क्यों कही ये बात
  • पाकिस्तान के पूर्व मंत्री फवाद चौधरी ने दिया बयान
  • पीएम मोदी के तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने पर कही ये बात
  • भारत से पाकिस्तान के संबंध पर दी प्रतिक्रिया

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। एनडीए संसदीय दल के नेता चुना जाने के 4 दिन बाद रविवार (9 जून) को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं। इस ऐतिहासिक मौके पर दुनियाभर के कई शीर्ष नेताओं से उन्हें बधाई मिल रही है। इस बीच पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के पूर्व सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने शनिवार को बयान दिया। उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच बराबरी के आधार पर दोस्ती के लिए यह उचित समय है। बता दें, फवाद चौधरी पाकिस्तान की जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के करीबी नेताओं में से एक रहे हैं। चौधरी ने कहा, "खान और पूर्व सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा भारत में दोस्त बनाने के पक्ष में थे।"

फवाद चौधरी ने दिया बयान

साल 2023 में फवाद चौधरी ने इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ छोड़ दी थी। इसके बाद चौधरी ने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ पॉलिटिकल एजुकेशन के नेतृत्व में आयोजित भारतीय चुनाव एवं दक्षिण एशिया पर उसके प्रभाव विषयक संगोष्ठी को संबोधित किया था। इस दौरान उन्होंने कहा था कि भारत में पंजाब प्रांत यहां से केवल कुछ किलोमीटर की दूरी पर है। मगर, इसके बावजबूद पाकिस्तानियों को वहां तक जाने के लिए दुबई से उड़ान के जरिए जाना पड़ता है।

चौधरी ने कहा, "दोनों देशों के बीच कोई वीजा नहीं होना चाहिए। अब समय आ गया है कि दोनों चिर प्रतिद्वंद्वियों को बराबरी के आधार पर दोस्ती की चर्चा करने की जरूरत है।" चौधरी ने चेतावनी दी कि भारत और पाकिस्तान को अगले 15 सालों में सिंधु बेसिन में बड़ी जल चुनौतियों का सामना करना होगा, इसलिए उन्हें एक दूसरे से बातचीत करनी होगी।

नरेंद्र मोदी पर कही ये बात

इसके बाद उन्होंने आगे कहा, "पानी के मामले को लेकर सहयोग कायम करने में विफल रहने पर यह क्षेत्र अस्थिर हो सकता है।" चौधरी ने कहा कि भारत में मोदी की नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी की चरमपंथ नीतियों और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में शामिल सहयोगी दलों की नीतियों में वैचारिक अंतर की ओर इशारा करते है। इससे गठबंधन की एकता आसानी से टूट सकती है। उन्होंने कहा, "यह अस्थिरता बताती है कि भाजपा अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पायेगी (कांग्रेस नेता) राहुल गांधी अगले प्रधानमंत्री बनेंगे।"

Created On :   9 Jun 2024 12:33 AM IST

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