राष्ट्रपति शपथ ग्रहण समारोह: 5वीं बार रूस के राष्ट्रपति बने व्लादिमीर पुतिन, भव्य स्वागत के साथ 33 शब्दों में ली राष्ट्रपति पद की शपथ

5वीं बार रूस के राष्ट्रपति बने व्लादिमीर पुतिन, भव्य स्वागत के साथ 33 शब्दों में ली राष्ट्रपति पद की शपथ
  • पहली बार साल 2000 में पुतिन बने थे राष्ट्रपति
  • ग्रैंड केमलिन पैलेस पुतिन का किया गया भव्य स्वागत
  • 2036 तक पुतिन संभालेंगे रूस की कमान!

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रूस में 88 फीसदी वोट के साथ चुनाव जीतने वाले व्लादिमीर पुतिन मंगलवार को पांचवीं बार राष्ट्रपति बन गए। मंगलवार को ग्रैंड केमलिन पैलेस पुतिन का भव्य स्वागत किया गया है। इसके बाद पुतिन ने राष्ट्रपति पद के लिए 33 शब्दों में शपथ ली। पुतिन ने जिस पैलेस में शपथ ली है वह कई मायने में खास है। क्योंकि, यहां रूस के राज परिवार की तीन राजाओं (एलेक्जेंडर-2, एलेक्जेंडर-3 और निकोलस-2 ) की ताजपोशी हो चुकी है।

शपथ लेने के बाद पुतिन ने दुनिया को साफ संदेश दिया। उन्होंने कहा, 'हम पहले से और ज्यादा मजबूत होंगे। साथ ही, हम दुश्मन के साथ भी रिश्ते सुधारने का भी प्रयास करेंगे। इसके अलावा मैं जनता का विश्वास बनाए रखने के लिए भी हरसंभव प्रयास करूंगा।'

गौरतलब है कि, 15 से 17 मार्च तक रूस में चुनाव हुए थे। जिसमें पुतिन को सबसे ज्यादा 88 फीसदी वोट मिले। वहीं, पुतिन के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले निकोले खारितोनो को महज 4 फीसदी वोट के साथ संतोष करना पड़ा।

21 तोपों की मिली सलामी

इधर, रूस में हुए शपथ ग्रहण समारोह का ब्रिटेन, अमेरिका और कई यूरोपीय देशों ने बहिष्कार किया है। पुतिन पहली बार साल 2000 में रूस के राष्ट्रपति बने थे। इसके बाद वह साल 2004, 2012 और 2018 में भी रूस के राष्ट्रपति बने थे। मंगलवार को उन्होंने एक बार फिर देश के राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह की पूरी तैयारी ग्रैंड क्रेमलिन पैलेस में की गई थी। जहां काफी बड़ी संख्या में पुतिन के स्वागत के लिए लोग पहुंचे हुए थे। शपथ के बाद पुतिन को 21 तोपों की सलामी दी गई।

2018 का शपथ ग्रहण समारोह रहा खास

इससे पहले साल 2018 के शपथ ग्रहण समारोह में जर्मनी के पूर्व चांसलर जेरहार्ड श्रोडर सहित करीब 6 लोग मौजूद रहे थे। इस दौरान पुतिन के राष्ट्रपति बनने के कार्यक्रम को लाइव टेलीकास्ट किया गया था।

पुतिन अब एक बार फिर रूस के राष्ट्रपति बन चुके हैं। अगर इस बार पुतिन अपना कार्यकाल पूरा कर लेते हैं तो वह जोसेफ स्टालिन को पीछे छोड़ते हुए रूस में सबसे ज्यादा साल तक राज करने वाले नेता बन जाएंगे। बता दें कि, पुतिन का 2036 का राष्ट्रपति बने रहना लगभग तय है। हालांकि, वह अपने कार्यकाल के दौरान कई अहम फैसले ले चुके हैं। जिसके चलते रूस की राजनीति में उनकी पकड़ काफी मजबूत हुई है।

Created On :   7 May 2024 1:15 PM GMT

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