Indo-Pak Relations: पीएम शहबाज ने लाहौर समझौते का किया जिक्र, कश्मीर मुद्दे को सुलझाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से की अपील
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- पीएम शहबाज ने 'कश्मीर एकजुटता दिवस' को संबोधित किया
- कश्मीर मुद्दे को सुलझाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से की अपील
- पीएम शहबाज ने लाहौर समझौते का किया जिक्र
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने बुधवार को लाहौर समझौते का जिक्र किया। POK में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने पाकिस्तान और भारत के बीच कश्मीर सहित अन्य सभी मुद्दों को बातचीत के जरिए सुलझाना चाहिए। पीएम शहबाज ने कहा- हम चाहते हैं कि कश्मीर सहित अन्य मुद्दों का समाधान बातचीत के जरिए हो। उन्होंने आगे कहा- भारत को 5 अगस्त 2019 की सोच से बाहर आना चाहिए। संयुक्त राष्ट्र से किए गए वादों को पूरा करना चाहिए। साथ ही, बातचीत भी शुरू करनी चाहिए।
कश्मीरी लोगों को पीएम शहबाज ने किया संबोधित
पीएम शहबाज पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के विधानसभा के विशेष सत्र को संबोधित करने पहुंचे। जहां उन्होंने 'कश्मीर एकजुटता दिवस' को आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया। पाकिस्तान हर साल कश्मीरियों को सहानुभूति देने के लिए कश्मीर एकजुटता दिवस मनाता है। ऐसे में कश्मीरी लोगों को संबोधित करते हुए पीएम शहबाज ने कहा- कश्मीर मु्द्दे का एकमात्र समाधान UNSC प्रस्ताव के तहत आत्मनिर्णय का अधिकार देना है। इस दौरान पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अल जरदारी और पीएम शरीफ मौजूद रहे। दोनों नेताओं ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से भारत पर कश्मीर के मुद्दे पर दबाव डालने अपील की है।
शरीफ ने कहा कि हम कश्मीर सहित सभी मुद्दों को बातचीत के जरिए हल करना चाहते हैं। इस दौरान शरीफ ने इशारों ही इशारों में 370 को लेकर भारत पर निशाना साधा। शरीफ ने कहा भारत को 5 अगस्त 2019 की मानसिकता से बाहर आना चाहिए और संयुक्त राष्ट्र से किए गए वादों को पूरा करना चाहिए और संवाद करना चाहिए। आतंकवाद, शत्रुता और हिंसा से मुक्त माहौल भारत चाहता है। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख हमेशा के लिए भारत के अभिन्न हिस्सा हैं। शरीफ ने भारत पर हथियार जमा करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि हथियार जमा करने से शांति नहीं आएगी। उन्होंने कहा कि प्रगति का रास्ता शांति है।
लाहौर समझौता का जिक्र
इसके बाद लाहौर समझौते का जिक्र करते हुए पीएम शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान और भारत के लिए आगे बढ़ने का एकमात्र रास्ता बातचीत है। बता दें कि, साल 1999 में भारत और पाकिस्तान के बीच लाहौर में एक समझौता हुआ था। जिसे लाहौर समझौता का नाम दिया गया। तब भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजयपेयी और तब के पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने इस समझौते पर मुहर लगाई थी। इस समझौते के तहत दोनों देशों ने शांति और सुरक्षा बनाए रखने की अपील की गई थी। इसमें कश्मीर मुद्दा शामिल रहा।
Created On :   5 Feb 2025 11:13 PM IST