राष्ट्रपति पद की बहस में ट्रंंप को पटरी से उतारने के लिए पेंस हैं तैयार 

राष्ट्रपति पद की बहस में ट्रंंप को पटरी से उतारने के लिए पेंस हैं तैयार 
  • अमेरिका की सियासत में खींचतान
  • राष्ट्रपति पद की बहस में ट्रंंप को पटरी से उतारने के लिए पेंस हैं तैयार 

डिजिटल डेस्क, वाशिंगटन। अमेरिका के पूर्व उपराष्ट्रपति माइक पेंस को पद पर बनाए रखने और जो बाइडेन को बाहर करने के लिए 25वां संशोधन लागू नहीं करने के लिए पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा उन्हें "विकलांग" कहकर अपमानित किया गया था, जो अगले हफ्ते बदला लेने की कोशिश में हैं। साल 2020 के चुनाव को नकार कर रिपब्लिकन उम्मीदवारों की व्यापक रूप से प्रचारित टीवी बहस चोरी हो गई और साजिश में उनकी कोई भूमिका नहीं थी। उन्होंने संविधान को बरकरार रखा और अपनी शक्ति की सीमाएं जानते थे। पेंस पहली रिपब्लिकन बहस में अपने पूर्व बॉस ट्रम्प के साथ एक शक्तिशाली टकराव की तैयारी कर रहे हैं, जहां आठ उम्मीदवारों ने सीमा पार करने के लिए अर्हता प्राप्त की है, भले ही ट्रंप दिखाई न दें।

कई मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि पेंस ने कहा कि वह वफादारी प्रतिज्ञा पर हस्ताक्षर करेंगे, जिसके तहत आरएनसी सम्मेलन के तहत प्रत्येक उम्मीदवार को जीओपी द्वारा राष्ट्रपति पद के लिए चुने गए अंतिम उम्मीदवार का समर्थन करना होगा। आयोवा राज्य मेले में फॉक्स न्यूज के एक साक्षात्कार में माइक पेंस अगले सप्ताह के पहले रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद के नामांकन बहस में अपने पूर्व बॉस के साथ सामना करने के लिए तैयार दिखाई दिए - चाहे उनके पूर्व चल रहे साथी मंच पर हों या नहीं। पेंस ने न्यू हैम्पशायर में एक साक्षात्कार में फॉक्स न्यूज डिजिटल को बताया, "मैं उस मंच पर आने के अवसर की प्रतीक्षा कर रहा हूं।"

व्हाइट हाउस में चार वर्षों तक और अभियान के दौरान पेंस तत्कालीन राष्ट्रपति के वफादार सह-पायलट थे। लेकिन यह सब 6 जनवरी, 2021 को समाप्त हो गया, जब ट्रम्प समर्थकों ने यूएस कैपिटल पर धावा बोल दिया। हमले ने ट्रंंप पर राष्ट्रपति बाइडेन की 2020 इलेक्टोरल कॉलेज की जीत के कांग्रेस प्रमाणीकरण को अस्थायी रूप से बाधित कर दिया, जो संघीय और राज्य स्तर (जॉर्जिया में अटलांटा) में जूरी द्वारा ट्रम्प को सौंपे गए चार अभियोगों का विषय था। पोलिटिको की रिपोर्ट के अनुसार, पेंस जो हमले के समय कैपिटल में थे, कांग्रेस के संयुक्त सत्र की देखरेख कर रहे थे, उन्हें कांग्रेस के सदस्यों के साथ दंगाइयों के रूप में सुरक्षा के लिए अस्थायी रूप से भागने के लिए मजबूर किया गया था - कुछ लोग नारे लगा रहे थे कि तत्कालीन उपराष्ट्रपति को फांसी दी जानी चाहिए।

अभूतपूर्व दृश्य देखने के बाद पेंस को पूर्व राष्ट्रपति और ट्रंंप के कई सबसे वफादार वफादारों और समर्थकों के क्रोध का सामना करना पड़ा। अब, कैपिटल पर हमले के संबंध में ट्रंंप के बैक-टू-बैक अभियोगों और 2020 के चुनाव को उलटने की कोशिश करने के उनके कथित प्रयासों के मद्देनजर पेंस ट्रंंप के कानूनी सलाहकारों को न सुनने में अपनी भूमिका के बारे में बात कर रहे हैं।

अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|

Created On :   21 Aug 2023 8:29 AM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story