नागरिकता पर सवाल: पाकिस्तान में 22,000 से अधिक नौकरशाहों के पास दोहरी नागरिकता, सुरक्षा को लेकर बढ़ी चिंता
- चलन को खत्म करने के लिए कड़े कदम उठाने का आह्वान
- दोहरी नागरिकता की प्रथा पर चिंता
- राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पाकिस्तान में 22,000 से अधिक नौकरशाहों के पास दोहरी नागरिकता है। इससे वहां राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है। साथ ही दोहरी नागरिकता पर सवाल उठ रहे है। पाकिस्तान अमेरिका जैसे कुछ देशों के साथ दोहरी नागरिकता की अनुमति देता है, लेकिन सशस्त्र बलों, सांसदों और ऊपरी अदालतों के न्यायाधीशों के लिए इससे मना किया गया है।
समिति के सदस्य अब्दुल कादिर पटेल ने दोहरी नागरिकता के चलन पर हैरानी जताते हुए कहा कि राष्ट्रीय विधानसभा के सदस्यों और न्यायाधीशों को इसके लिए मना किया गया था, जबकि नौकरशाहों को छूट मिली थी। प्रस्तावित विधेयक में यह प्रावधान जोड़ने का सुझाव दिया गया है कि जिन के पास दोहरी नागरिकता हो, उन्हें नौकरशाह के रूप में नियुक्त न दी जाए।
आपको बता दें राजा खुर्रम नवाज की अध्यक्षता में राष्ट्रीय विधानसभा की आंतरिक मामलों की परमानेंट कमेटी की मीटिंग हुई। इस दौरान सदस्यों ने दोहरी नागरिकता पर चिंता जताई। और इसे समाप्त करने की बात कही। मीटिंग में फैसला लिया गया कि नौकरशाहों, जस्टिस और सांसदों के लिए चल रही इस प्रथा पर कड़े कदम उठाते हुए इसे खत्म किया जाए। समिति के सदस्य ने दोहरी नागरिकता के नियमों में ढील दिए जाने पर गंभीर चिंता व्यक्त की।
पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी) के अघा रफीउल्लाह ने पाकिस्तानियों की दोहरी नागरिकता के बारे में डिटेल जानकारी साझा करने की मांग की। उन्होंने विदेशी नागरिकता की भी जानकारी देने को कहा। पाकिस्तान की प्रमुख भ्रष्टाचार विरोधी संस्था राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) का उदाहरण देते हुए कहा दोहरी नागरिकता वाले नौकरशाहों पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। जबकि ये लोग शक्तिशाली होते है।
Created On :   7 Jan 2025 6:51 PM IST