बड़ा खुलासा: यूक्रेन को हथियार सप्लाई करने के बाद पाकिस्तान को मिला आईएमएफ से लोन, रूस के खिलाफ अमेरिकी रणनीति का हुआ खुलासा
- अमेरिका की बात मानने पर पाकिस्तान को मिला लोन
- The Intercept की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर The Intercept की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा किया गया है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पाकिस्तान ने यूक्रेन को हथियार बेचे थे। जिसके बाद आईएमएफ की ओर से पाकिस्तान को लोन मिले हैं। सरकार के आंतरिक दस्तावेजों के आधार पर रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पाकिस्तान की अमेरिका के साथ एक सीक्रेट डील हुई थी, जिसके बाद पाकिस्तान ने यूक्रेन को हथियार सप्लाई किया।
अमेरिकी रणनीति का हुआ खुलासा
गौरतलब है कि, फरवरी 2022 में रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध शुरू हुआ था। इस दौरान पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री इमरान खान रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिलने के लिए मॉस्को पहुंचे थे। युद्ध के बीच इमरान खान का मॉस्को दौरा पाकिस्तान द्वारा रूस को समर्थन के तौर पर देखा जाने लगा था। हालांकि, इसके दो महीने बाद इमरान खान को अविश्वास प्रस्ताव का सामना करना पड़ा और वे पाकिस्तान की सत्ता से भी बेदखल हो गए। पाकिस्तान में खुद की सरकार गिरने के पीछे इमरान खान अमेरिका को जिम्मेदार ठहरा चुके हैं। उन्होंने कई बार मीडिया के सामने दावा किया था कि अमेरिका के इशारे पर उन्हें सत्ता से बेदखल किया गया है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इस डील में पाकिस्तान की सेना ने भी अमेरिका का साथ दिया है।
बात मानने पर पाकिस्तान को मिला लोन
रिपोर्ट से मिली जानकारी के मुताबिक, इमरान खान की सरकार गिरने के करीब दो माह बाद शहबाज शरीफ ने चुपचाप यूक्रेन को हथियार सप्लाई किया। इसके बदले पाकिस्तान को आईएमएफ से बेलआउट पैकेज मिला। रिपोर्ट में आगे यह भी लिखा है कि अमेरिका ने कहा था कि यदि इमरान खान को सत्ता से बेदखल किया जाता है तो पाकिस्तान की सभी गलतियां माफ कर दी जाएगी। इधर, इमरान खान पाकिस्तान की सत्ता से बेदखल होने के बाद शहबाज सरकार का स्टैंड यूक्रेन मसले पर अमेरिका और उसके सहयोगी देशों के समर्थन में रहा। पाकिस्तान द्वारा ऐसा किए जाने के बाद उसे इनाम के तौर पर आईएमएफ की ओर से लोन मिला।
रिपोर्ट में बड़ा खुलासा
रिपोर्ट से मिली जानकारी के मुताबिक, इस साल Intercept को अंदरुनी सूत्र से पाकिस्तानी सेना के दस्तावेज मिले हैं। इन दस्तावेजों में अमेरिका और पाकिस्तान के बीच हथियारों की सेल से जुड़े सबूत मिले हैं। रिपोर्ट में लिखा है कि इन दोनों देशों के बीच एक डील हुई थी। जिसके तहत 2022 की गर्मियों से 2023 फरवरी तक हथियार की सेल की बात कही गई है। जानकारी के मुताबिक, इस हथियार डील को कराने के पीछे ग्लोबल मिलिट्री प्रॉडक्ट्स का हाथ है।
Created On :   18 Sept 2023 10:55 PM IST