SCO समिट के दौरान पीएम मोदी से मिलेंगे जिनपिंग, आम चुनाव के बाद पहली मीटिंग

Xi Jinping to meet PM Narendra Modi on sidelines of SCO summit
SCO समिट के दौरान पीएम मोदी से मिलेंगे जिनपिंग, आम चुनाव के बाद पहली मीटिंग
SCO समिट के दौरान पीएम मोदी से मिलेंगे जिनपिंग, आम चुनाव के बाद पहली मीटिंग
हाईलाइट
  • जिनपिंग 12 से 14 जून तक किर्गिस्तान में रहेंगे और SCO शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे
  • SCO समिट की साइन लाइन पर चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग पीएम मोदी से मिलेंगे
  • आम चुनाव में भाजपा की जीत के बाद दोनों नेताओं के बीच यह पहली बैठक होगी

डिजिटल डेस्क, बीजिंग। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग इस सप्ताह बिश्केक में शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) के शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे, जहां वे प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात करेंगे। आम चुनाव में भाजपा की जीत के बाद दोनों नेताओं के बीच यह पहली बैठक होगी।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग ने रविवार को कहा कि 12 से 16 जून तक जिनपिंग किर्गिस्तान और ताजिकिस्तान की यात्रा पर रहेंगे। जिनपिंग 12 से 14 जून तक किर्गिस्तान में रहेंगे और एससीओ शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। एससीओ शिखर सम्मेलन किर्गिस्तान के बिश्केक में 13-14 जून को होने वाला है। एससीओ चीन के नेतृत्व वाला आठ सदस्यीय आर्थिक और सुरक्षा ब्लॉक है जिसमें भारत और पाकिस्तान को 2017 में शामिल किया गया था।

चीन में भारतीय राजदूत विक्रम मिश्री ने पिछले हफ्ते कहा था कि दोनों नेता एससीओ शिखर सम्मेलन के मौके पर मिलेंगे। वुहान में पिछले साल के सफल पहले-अनौपचारिक शिखर सम्मेलन को याद करते हुए मिश्री ने कहा, "यह ध्यान देने योग्य है कि पिछले साल, हमारे नेताओं ने चार बार अलग-अलग मल्टी-लेटरल मीटिंग की साइड लाइन पर मुलाकात की। उन्होंने कहा कि वे फिर से एससीओ शिखर सम्मेलन के अवसर पर बिश्केक में बैठक कर रहे हैं। बता दें कि वुहान की मीटिंग को चीन-भारत के द्विपक्षीय संबंधों में एक मील का पत्थर माना जाता है।

पिछले साल के डोकलाम गतिरोध के बीच भारत चीन संबंधों को मजबूती प्रदान करने के लिए अप्रैल में चीन के मध्य शहर वुहान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच अप्रत्याशित दो दिवसीय ‘दिल से दिल की बात’ सम्मेलन हुआ था। बता दें कि डोकलाम गतिरोध 73-दिन तक चला था। चीनी सैनिक डोकलाम में भारतीय सीमा के करीब सड़क बनाने का प्रयास कर रहे थे जिसे भारत ने रुकवा दिया था। इसी वजह से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया था।

वुहान शिखर सम्मेलन के बाद, दोनों देशों ने सैन्य-से-सैन्य संबंधों सहित विभिन्न क्षेत्रों में संबंधों को सुधारने के प्रयासों को आगे बढ़ाया। पिछले साल दिसंबर में प्रधानमंत्री मोदी ने अर्जेंटीना में G-20 शिखर सम्मेलन के मौके पर राष्ट्रपति शी से मुलाकात की थी। इस दौरान दोनों पड़ोसियों के बीच आपसी विश्वास और दोस्ती को बढ़ाने के संयुक्त प्रयासों पर चर्चा की गई थी। पिछले महीने, शी ने परिणामों की आधिकारिक घोषणा से पहले आम चुनाव जीतने के लिए प्रधानमंत्री मोदी को बधाई दी थी। 

Created On :   9 Jun 2019 5:06 PM IST

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