डब्ल्यूएचओ ने चेताया : पाकिस्तान में बाढ़ से बिगड़ रहे मानवीय हालात, और भी बिगड़ेंगे

WHO warns: Human condition worsening due to floods in Pakistan, will get worse
डब्ल्यूएचओ ने चेताया : पाकिस्तान में बाढ़ से बिगड़ रहे मानवीय हालात, और भी बिगड़ेंगे
बाढ़ से मचा हाहाकार डब्ल्यूएचओ ने चेताया : पाकिस्तान में बाढ़ से बिगड़ रहे मानवीय हालात, और भी बिगड़ेंगे
हाईलाइट
  • पाकिस्तान में बाढ़ ने 3.3 करोड़ से अधिक लोगों को प्रभावित किया

डिजिटल डेस्क, इस्लामाबाद। पाकिस्तान के एक तिहाई हिस्से के डूबने की विनाशकारी तबाही के बीच इस साल जून से शुरू हुई भारी मानसूनी बारिश के कारण देशभर में अचानक बादल फटने और बाढ़ आने की घटनाओं पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने बाढ़ से तबाह पाकिस्तान में मानवीय स्थिति को लेकर गंभीर चेतावनी दी है और कहा है कि आने वाले दिनों में हालात और भी बदतर होंगे।

चूंकि पाकिस्तान सरकार ने व्यापक नुकसान, बाढ़ बचाव और राहत गतिविधियों को संभालने के लिए विस्तारित और तत्काल राहत सहायता आपूर्ति के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को एक वैश्विक अपील भेजी है, कई देश समन्वय के लिए बाढ़ राहत आपूर्ति वाले विमानों के साथ मौद्रिक सहायता भी कर रहे हैं। चीन, संयुक्त राज्य अमेरिका, फ्रांस, संयुक्त अरब अमीरात, कतर और अन्य देशों जैसे देश दुबई से एक विशाल एयरलिफ्ट ऑपरेशन शुरू करते हुए राहत सहायता भेज रहे हैं।

पाकिस्तान में बाढ़ ने 3.3 करोड़ से अधिक लोगों को प्रभावित किया है, लाखों लोगों को अपने घरों और कस्बों से बाहर निकलने और बाढ़ के पानी के माध्यम से विकसित क्षेत्रों तक पहुंचने और तंबू, खुले आसमान और अस्थायी व्यवस्था में रहने के लिए लंबे कठिन मार्गो पर चलने के लिए मजबूर होना पड़ा है। इसके अलावा, देशभर में फैली सड़कों, राजमार्गो, रेल पटरियों और बुनियादी ढांचे को बाढ़ के कारण बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया गया है, जिसमें 20 मिलियन एकड़ से अधिक फसल का खेत पूरी तरह से नष्ट हो गया है।

डब्ल्यूएचओ के आंकड़ों के अनुसार, कम से कम 1,460 स्वास्थ्य केंद्र क्षतिग्रस्त हो गए थे, जिनमें से कम से कम 432 पूरी तरह से तबाह हो गए थे, ज्यादातर सिंध प्रांत में। मौजूदा मानवीय संकट से निपटने के लिए डब्ल्यूएचओ और उसके सहयोगियों द्वारा कम से कम 4,500 चिकित्सा शिविर स्थापित किए गए हैं, जबकि तीव्र पानी वाले दस्त, मलेरिया, डेंगू, हेपेटाइटिस और चिकनगुनिया के लिए 2,30,000 से अधिक रैपिड परीक्षण वितरित किए गए हैं।

डब्ल्यूएचओ ने कहा कि उसे कोविड-19, एचआईवी और पोलियो सहित अन्य बीमारियों से पीड़ित लोगों के बारे में पहले ही सूचित कर दिया गया है। डब्ल्यूएचओ के प्रवक्ता तारिक इसारेविक ने कहा, हमें पहले ही बताया जा चुका है कि हालात बेहद खराब होने का खतरा है। उन्होंने कहा, हमें विशेष रूप से सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में तीव्र पानी वाले दस्त, टाइफाइड, खसरा और मलेरिया के मामलों की संख्या में वृद्धि की रिपोर्ट मिली है। तारिक ने कहा, यह स्थिति हर गुजरते दिन के साथ और खराब होने की आशंका है। उन्होंने कहा कि बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में इस तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।

इसके अलावा, संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचसीआर) ने पहले ही दुबई से एक विशाल एयरलिफ्ट ऑपरेशन शुरू करके पाकिस्तान में समर्थन बढ़ा दिया है, जिसमें सिंध प्रांत के सुक्कुर और लरकाना सहित पाकिस्तान के क्षेत्रों में बाढ़ राहत सहायता प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित किया गया है। सहायता के तौर पर कम से कम 15,000 स्लीपिंग मैट और किचन सेट और लगभग 5,000 तिरपाल दिए गए हैं। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के भी 9 सितंबर को इस्लामाबाद पहुंचने की उम्मीद है। वह बाढ़ से हुए नुकसान व तबाही की समीक्षा और विश्लेषण करेंगे।

 

(आईएएनएस)

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Created On :   8 Sept 2022 6:00 PM IST

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