अर्नब के चैनल पर पाकिस्तानियों की गधों और बंदरों से तुलना की गई, नफरत फैलाने के लिए यूके ने 20 लाख रुपए का जुर्माना लगाया
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- Ofcom ने वर्ल्डव्यू मीडिया नेटवर्क लिमिटेड पर लगाया जुर्माना
- जुर्माना कार्यक्रम "पूछता है भारत" के एक एपिसोड पर लगाया गया
- वर्ल्डव्यू मीडिया नेटवर्क लिमिटेड रिपब्लिक भारत का रखता है लाइसेंस
डिजिटल डेस्क, दिल्ली। अर्नब गोस्वामी का ब्रिटेन स्थित हिंदी समाचार चैनल, रिपब्लिक भारत,पर यूके के प्रसारण नियामक द्वारा 20 लाख का जुर्माना लगाया गया हैं। आरोप हैं कि,चैनल द्वारा पाकिस्तानी लोगों के प्रति नफरत को बढ़ावा दिया गया हैं। Ofcom ने वर्ल्डव्यू मीडिया नेटवर्क लिमिटेड पर जुर्माना लगाया हैं, जो रिपब्लिक भारत के लिए लाइसेंस रखता है। साथ ही यूके में हिंदी भाषी समुदाय को लक्षित भी करता है।
Ofcom ने चैनल के लिए दिशा-निर्देश तय किए हैं। जिसके अनुसार यूके स्थित रिपब्लिक भारत को Ofcom के द्वारा दिए गए निष्कर्षों पर बयान को प्रसारित करना और विवादित कार्यक्रम को नहीं दोहराने की बात कही गई हैं। बता दें कि ये जुर्माना अर्नब गोस्वामी के डेली करंट अफेयर्स प्रोग्राम "पूछता है भारत" के एक एपिसोड से संबंधित हैं, जो कि 6 सितंबर साल 2019 को प्रसारित किया गया था
क्या कहा Ofcom ने
ब्रिटेन में चैनल का प्रसारण अगस्त 2019 से हो रहा था। Ofcom के अनुसार, "नियमित निगरानी" के दौरान कार्यक्रम की पहचान की गई और कार्यक्रम का अनुवाद करना शुरु किया गया। प्रसारित कार्यक्रम में अर्नब गोस्वामी के साथ तीन भारतीय और तीन पाकिस्तानी मेहमानों के बीच 22 जुलाई 2019 को भारत द्वारा मिशन चंद्रयान-2 से संबंधित बहस की गई। Ofcom के प्रकाशित फैसले में कहा गया कि, इस बहस में भारत के अंतरिक्ष अन्वेषण और तकनीकी प्रगति और पाकिस्तान की "भारत के खिलाफ कथित आतंकवादी गतिविधियां" जैसे मुद्दे शामिल थे।
प्रोगाम में बताया कि सभी पाकिस्तानी लोग आतंकवादी हैं, साथ ही चैनल के सलाहकार संपादक गौरव आर्य ने कहा कि, "पाकिस्तान के वैज्ञानिक, डॉक्टर, राजनेता और खिलाड़ी सभी आतंकवादी हैं। आप एक आतंकवादी इकाई के साथ काम कर रहे हैं।” Ofcom ने कहा कि, इस कार्यक्रम में पाकिस्तानियों को गधों और बंदरों से तुलना की गई और उन्हें "पाक" के रूप में संदर्भित किया गया, जो कि "एक नस्लवादी शब्द है और यूके के दर्शकों के लिए बहुत अपमानजनक और अस्वीकार्य है।"
वर्ल्डव्यू मीडिया नेटवर्क लिमिटेड का तर्क
वर्ल्डव्यू मीडिया नेटवर्क लिमिटेड ने तर्क दिया कि "पाक" शब्द का उपयोग आक्रामक होने के इरादे से नहीं किया गया था और इसके लिए 280 बार पहले ही माफी प्रसारित की जा चुकी हैं।
Created On :   23 Dec 2020 3:36 PM IST