अफगानिस्तान की स्थिति के लिए ट्रंप का बाइडेन पर निशाना, लोगों से पूछा- क्या आप अभी भी मुझे याद करते हैं?

Trump blames Biden for ‘tragic mess’ in Afghanistan
अफगानिस्तान की स्थिति के लिए ट्रंप का बाइडेन पर निशाना, लोगों से पूछा- क्या आप अभी भी मुझे याद करते हैं?
Trump blames Biden अफगानिस्तान की स्थिति के लिए ट्रंप का बाइडेन पर निशाना, लोगों से पूछा- क्या आप अभी भी मुझे याद करते हैं?
हाईलाइट
  • तालिबान ने लगभग पूरे अफगानिस्तान को अपने कब्जे में ले लिया
  • पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति जो बाइडेन पर निशाना साधा
  • लोगों से पूछा- क्या आप अभी भी मुझे याद करते हैं?

डिजिटल डेस्क, वॉशिंगटन। तालिबान ने लगभग पूरे अफगानिस्तान को अपने कब्जे में ले लिया है। इसे लेकर पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति जो बाइडेन पर निशाना साधा। ट्रंप ने कहा, अफगानिस्तान की दुखद स्थिति, एक पूरी तरह से खुली और ब्रोकन बॉर्डर, रिकॉर्ड स्तर पर अपराध, तेल की कीमतें उच्चतम स्तर पर, महंगाई बढ़ रही है और पूरी दुनिया ने इसका फायदा उठाया है- क्या आप अभी भी मुझे याद करते हैं?

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अफगानिस्तान में तालिबान का तेजी से नियंत्रण अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के लिए बड़ी शर्मिंदगी का कारण बन गया है। अमेरिका ने 20 सालों में यहां करीब 2 ट्रिलियन डॉलर खर्च किया। 2500 अमेरिकियों ने अपना जीवन गंवाया।  लेकिन अमेरिकी सेना की वापसी के बाद अब तालिबान का लगभग पूरे अफगानिस्तान पर कब्जा हो चुका है। सोशल मीडिया पर चर्चा है कि अगर ट्रंप इस समय राष्ट्रपति होते तो अफगानिस्तान की स्थिति कुछ और होती।

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में भी अफगानिस्तान से सैनिकों की वापसी एक बड़ा मुद्दा था। ट्रंप प्रशासन ने तालिबान के साथ फरवरी 2020 कीडील में अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी को गति दी थी। ट्रंप और बाइडेन अपनी चुनावी रैलियों में लगातार ऐलान कर रहे थे कि अमेरिकी सेना की अफगानिस्तान से वापसी होगी। जो बाइडन ने 20 जनवरी को शपथग्रहण के बाद अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी सुनिश्चित की। 

अफगानिस्तान के ज्यादातर इलाकों पर तालिबान के कब्जे के बाद अब तालिबान राजधानी काबुल की तरफ बढ़ रहे हैं। ऐसे में अमेरिका ने दूतावास के कर्मचारियों और उन अफगानों को निकालने के लिए लगभग 3000 सैनिकों को भेजा है जिन्होंने अमेरिकी सेना के साथ मिलकर काम किया था और अब उनके जीवन को खतरा है। सैनिकों की ये संख्या लगभग उतनी ही है जितनी इस महीने के फाइनल विड्रॉल में थी।

बाइडेन ने तर्क दिया कि अमेरिका ने 11 सितंबर, 2001 के हमलों के बाद अल-कायदा को हराने के अपने मुख्य लक्ष्य को बहुत पहले हासिल कर लिया था। 300,000 अफगान सैनिकों को अमेरिका ने ट्रेनिंग भी दी है। बाइडे ने मंगलवार को कहा, उन्हें अपने लिए लड़ना होगा, अपने देश के लिए लड़ना होगा। 

Created On :   15 Aug 2021 12:52 PM IST

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