इन तीन अमेरिकी अर्थशास्त्रियों को मिला अर्थशास्त्र का नोबेल, इस खोज के लिए किया सम्मानित
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- 2021 में भी तीन लोगों को मिला था पुरस्कार
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नोबेल पुरस्कार 2022 की शुरुआत हो चुकी है। 7 अक्टूबर को दिए शांति के नोबेल के बाद आज अर्थशास्त्र के नोबेल की घोषणा की गई। इस पुरस्कार के लिए नोबेल पुरस्कार समिति ने तीन अमेरिकी अर्थशास्त्री बेन एस बर्नानके, डगलस डब्ल्यू डायमंड और फिलिप एच डायबविग के नामों की घोषणा की।
— The Nobel Prize (@NobelPrize) October 10, 2022
समिति ने पुरस्कारों का ऐलान करते हुए अपने ट्वीट में कहा, तीनों नोबेल विजेताओं ने वित्तीय संकट के समय अर्थव्यवस्था में बैंकों की भूमिका और प्रबंधन को लेकर हमारी समझ में काफी सुधार किया है। उनके शोध का महत्वपूर्ण भाग यह है कि बैंकों को डूबने से बचाना क्यों जरुरी है? समाज में बैंकों की क्या अहमियत है?
इस शोध के लिए हुए सम्मानित
समिति ने बताया कि बेन एस बर्नानके, डगलस डब्ल्यू डायमंड और फिलिप एच डायबविग ने ऐसे सैद्धांतिक मॉडल विकसित किए हैं जो यह बताते हैं कि बैंक हमारे बीच क्यों मौजूद हैं और समाज में इनकी क्या महत्वता है? बैंकों के बंद होने की अफवाहों से समाज पर कितना बुरा असर पड़ सकता है और यह संभावना कैसे कम की जाए?
समिति ने कहा कि, बैंक के बंद होने की अफवाह सुनकर लोग अपनी जमा पूंजी निकालने के लिए भागते हैं। इस स्थिति में तीनों विजेताओं के रिसर्च में बैंक को बंद होने से रोकने का समाधान सरकार की ओर से जमा बीमा है। इस बीमा के जरिए बैंको डूबने से बचाया जा सकता है। जब जमाकर्ताओं को मालूम होता है कि सरकार ने उनके पैसे की गारंटी दी है तो बैंक बंद होने की अफवाहों के बावजूद भी लोग बैंक से अपनी जमापूंजी निकालने नहीं जाते।
2021 में भी तीन लोगों को मिला था पुरस्कार
गौरतलब है कि साल 2021 में अर्थशास्त्र का नोबेल भी तीन अर्थशास्त्रियों को संयुक्त रुप से मिला था। ये अर्थशास्त्री थे, डेविड कार्ड, जोशुआ डी एंग्रिस्ट और गुइडो डब्ल्यू इम्बेन्स। डेविड कार्ड श्रम अर्थशास्त्र में उनके अनुभवजन्य योगदान के लिए और जोशुआ डी. एंगिस्ट व गुइडो डब्ल्यू इम्बेन्स को कारण संबंधों के विश्लेषण के लिए पद्धतिगत योगदान के लिए दिया गया था। इन दोनों के ये पुरस्कार संयुक्त रुप से प्रदान किया गया था।
गौरतलब है कि अल्फ्रेड नोबेल ने अपनी वसीयत में अर्थशास्त्र वाले पुरस्कार के बारे में नहीं लिखा था। साल 1968 में स्वेरिग्स रिक्सबैंक ने इस पुरस्कार की स्थापना की थी। इसके बाद साल 1969 से यह पुरस्कार हर बार दिया जाने लगा।
Created On :   10 Oct 2022 6:16 PM IST