आम बहस सत्र का समापन
- 77वें सत्र के अध्यक्ष सीसाबा कोरोसी ने सोमवार को अपनी समापन टिप्पणी की
डिजिटल डेस्क, संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र महासभा की इस साल के आम बहस सत्र का समापन 190 सदस्य देशों के प्रतिनिधियों द्वारा एक वाटरशेड पल : इंटरलॉकिंग चुनौतियों के परिवर्तनकारी समाधान के विषय पर बोलने के बाद हुआ।
संयुक्त राष्ट्र महासभा के 77वें सत्र के अध्यक्ष सीसाबा कोरोसी ने सोमवार को अपनी समापन टिप्पणी में कहा कि इस साल की आम बहस में 126 राष्ट्राध्यक्षों और शासनाध्यक्षों ने हिस्सा लिया।
कोरोसी ने कहा, इस बहस में हिस्सा लेने वालों की संख्या इस बात की ओर इशारा करती है कि आम बहस अंतर्राष्ट्रीय मामलों में कितनी अहमियत रखती है।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा कि आम बहस के दौरान उन्हें सदस्य देशों से पांच संदेश मिले।
उन्होंने कहा कि बढ़ती जागरूकता के कारण मानवता एक नए युग में प्रवेश कर चुकी है।
उन्होंने कहा, जटिल चुनौतियों और बहु-परत संकटों का सामना करते हुए हम प्रतिमान बदलाव के समय में पहुंच गए हैं, क्योंकि जो आंदोलन और समायोजन हम अपने आस-पास देखते हैं, वे परिवर्तन के लिए महत्वपूर्ण हैं।
कोरोसी ने कहा, दूसरा संदेश यह है कि यूक्रेन में संघर्ष खत्म होना चाहिए।
यूएनजीए अध्यक्ष ने कहा, आपने यह भी बताया कि इसका प्रभाव दुनियाभर में महसूस किया जा रहा है। आपने कमी, मुद्रास्फीति, शरणार्थियों के प्रभाव को दक्षिण अमेरिका और अफ्रीका तक, परमाणु संयंत्रों की सुरक्षा के बारे में चिंताओं और परमाणु हमले के डर के बारे में बताया। आपने गलत सूचना और प्रचार के खतरों पर भी प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा, तीसरा संदेश यह है कि जलवायु परिवर्तन धीरे-धीरे मानवता को नष्ट कर रहा है।
कोरोसी ने कहा, चौथा, मानवाधिकारों की स्थिति में सुधार और शोषण के लिए सबसे कमजोर लोगों की जरूरतों को पूरा करने का आह्वान सुना गया।
उन्होंने कहा कि पांचवां प्रमुख मुद्दा, जिसके लिए मजबूत समर्थन है, वह है संयुक्त राष्ट्र के आधुनिकीकरण, महासभा को पुनर्जीवित करने और सुरक्षा परिषद में सुधार की जरूरत।
(आईएएनएस)
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Created On :   27 Sept 2022 9:30 AM IST