250 नए सैनिक हुए भर्ती, अमेरिका की गाड़ियों और हथियारों के साथ निकाली गई परेड, आसमान में दिखे रूसी हेलीकॉप्टर
- अमेरिका ने अफगान सरकार को दिए थे वाहन और हथियार
डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। अफगानिस्तान पर तालिबान अपनी ताकत दिन-ब-दिन बढ़ाते जा रहा है। इस बात को साबित करने के लिए रविवार को तालिबान लड़ाकों ने काबुल की धरती पर एक मिलिट्री परेड निकाली, जिसमें अमेरिका की गाड़ियों और हथियारों का इस्तेमाल किया गया। दरअसल, हाल ही में तालिबान हुकूमत में 250 नए सैनिकों की भर्ती हुई है, जिनके साथ काबुल में अमेरिकी बख्तरबंद वाहनों और रूसी हेलीकॉप्टरों के साथ परेड निकाल कर अपनी ताकत का प्रदर्शन किया गया।
बता दें कि, रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता इनायतुल्लाह ख्वाज़मी की मानें तो, नए सैनिकों के स्नातक स्तर की पढ़ाई से ये परेड जुड़ी हुई थी, जिसका उद्देश्य उनकी सेना में हो रहे बदलाव को दिखाना था। जब तक अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना थी तब तक तालिबान एक विद्रोही गुट की तरह संचालित होता रहा। लेकिन, तब बाइडेन प्रशासन ने अपनी सेना बुलाई तो, अगस्त महीने में तालिबानियों ने हथियारों के दम पर पूरे अफगानिस्तान में अपना कब्जा जमा लिया। रविवार को हुई मिलिट्री परेड के दौरान कई अमेरिकी निर्मित M117 बख्तरबंद सुरक्षा वाहनों को धीरे-धीरे काबुल की लगभग सभी सड़कों में घुमाया गया और आसमान में MI-17 हेलीकॉप्टर उड़ाए गए। कुछ सैनिकों ने अपने पास अमेरिका की एम-4 असॉल्ट राइफल भी रखी थी।
कैसे मिले हथियार और वाहन
बता दें कि, तालिबान जिन अमेरिकी वाहनों और हथियारों का जमकर उपयोग कर रहे है। वो वॉशिंगटन की तरफ से काबुल की अमेरिकी समर्थित सरकार को सौंपे गए थे, जिसका उपयोग अफगानी सेना तालिबानियों के खिलाफ लड़ाई के दौरान करती थी। लेकिन, अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी अमेरिकी सेना के पीछे हटने के बाद देश छोड़कर भाग गए और उनके जाने के बाद अफगान सेना ने तालिबान के सामने हार मान ली।
Created On :   15 Nov 2021 11:37 AM IST