तालिबान ने बढ़ाया प्रतिबंध, सभी विषयों में दाखिला नहीं ले पाएंगी छात्राएं

Taliban extended restrictions, girls will not be able to enroll in all subjects
तालिबान ने बढ़ाया प्रतिबंध, सभी विषयों में दाखिला नहीं ले पाएंगी छात्राएं
अफगानिस्तान तालिबान ने बढ़ाया प्रतिबंध, सभी विषयों में दाखिला नहीं ले पाएंगी छात्राएं
हाईलाइट
  • सही इस्लामिक वातावरण बनाने की आवश्यकता है

डिजिटल डेस्क, काबुल। अधिकांश किशोर लड़कियों के स्कूल जाने पर प्रतिबंध लगाने के एक साल बाद, अफगानिस्तान में तालिबान के नेतृत्व वाली सरकार अब व्यापक प्रतिबंध लगा रही है। अब महिलाएं विश्वविद्यालयों में कुछ विषयों पर दाखिला नहीं ले सकती हैं। उग्रवादी समूह ने कहा है कि बड़ी लड़कियों को स्कूलों में वापस जाने के लिए सही इस्लामिक वातावरण बनाने की आवश्यकता है, लेकिन सत्ता में लौटने के एक साल से अधिक समय बाद भी अधिकांश प्रांतों में ऐसा नहीं हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार समूह में कट्टरपंथियों ने इसका विरोध किया है।

नंगरहार विश्वविद्यालय में लड़कियों को 13 फैकल्टी में से केवल सात में से चुनने का अधिकार दिया जाता है। महिलाओं को पत्रकारिता, कृषि, पशु चिकित्सा, इंजीनियरिंग या अर्थशास्त्र जैसे विषयों को लेने की अनुमति नहीं है। महिला छात्रों की पसंद विश्वविद्यालय से भिन्न हो सकती है, और यह इस बात पर निर्भर करता है कि कोई देश के किस हिस्से में है।

महिलाओं को सभी प्रांतों में नसिर्ंग करने की अनुमति है, साथ ही शिक्षक प्रशिक्षण और इस्लामी अध्ययन भी। बीबीसी ने बताया कि पशु चिकित्सा विज्ञान, इंजीनियरिंग, अर्थशास्त्र और कृषि देश भर में महिलाओं के लिए ऑफ-लिमिट हैं, जबकि पत्रकारिता का अध्ययन करने के अवसर बेहद सीमित हैं। अधिकारियों को उम्मीद है कि इस साल अफगानिस्तान में 100,000 छात्र (30,000 महिलाओं सहित) विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा लेंगे।

तालिबान के नियमों के अनुसार, छात्र और छात्राएं अलग-अलग परीक्षा दे रहे हैं। कुछ प्रांतों में जहां उम्मीदवारों की संख्या अधिक थी, प्रवेश परीक्षा दो या तीन दिनों में आयोजित की गई। कार्यकर्ताओं का कहना है कि आने वाले वर्षों में विश्वविद्यालय के लिए आवेदन करने वाली छात्राओं की संख्या में गिरावट आएगी, जब तक तालिबान माध्यमिक विद्यालयों को कक्षा 6 से 12 तक की लड़कियों के लिए स्कूल फिर से नहीं खोल देता। लघमन प्रांत में पिछले साल करीब 1,200 लड़कियों ने परीक्षा दी थी, जबकि इस साल यह संख्या घटकर महज 182 रह गई है। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, तालिबान के प्रतिबंध, जिन पर लड़कियां पढ़ सकती हैं, पूरे देश में हमेशा समान रूप से लागू नहीं होती हैं।

(आईएएनएस)

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Created On :   15 Oct 2022 5:00 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story