बिना वोटिंग के इमरान के मंत्री ने स्वीकारी हार, वोटों की कमी से गिरी इमरान सरकार, अब कौन संभालेगा कमान
- सुको बल्लेबाजी में फंसे पाक पूर्व क्रिकेट कप्तान इमरान खान
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली, आनंद जोनवार। तमाम सामदंड अपनाने के बावजूद इमरान खान अपनी कुर्सी बचाने में नाकाम रहे हैं। अविश्वास प्रस्ताव के दौरान इमरान खान को 174 ही वोट मिल सके। दूसरी पार्टी ने स्पीकर जिम्मा संभाला उसके बाद सदन में वोटिंग शुरू हो सकी। वोटिंग के दौरान इमरान खान की पार्टी के सांसद ही बाहर चले गए।
इमरान सरकार के मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने हार स्वीकार करते हुए कहा कि हम आज हैं , कल नहीं रहेंगे। हालांकि अभी अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग नहीं हुई। वोटिंग देर रात 8 बजे के बाद होने की उम्मीद है। हालांकि पीटीआई पुनर्विचार याचिका को लेकर सुप्रीम अदालत का दरवाजा खटखटा सकती हैं। सुप्रीम कोर्ट में याचिका पर हुई सुनवाई वोटिंग का रास्ता तय करेगी, कि मतदान होगा या नहीं।
नेता मरियम नवाज शरीफ ने पीएम इमरान खान को मानसिक रोगी बताते हुए कहा कि एक आदमी अपने आप को बचाने के लिए पूरे देश को बंधक बना रहा है। इससे पहले सदन में शाह महमूद कुरैशी ने पीएम के समर्थन में कहा कि हम संविधान और कानून के हिसाब से चलेंगे और लड़ेंगे।
पाकिस्तान नेशनल असेंबली की कार्यवाही को साढ़े बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दिया हैं। सदन में अविश्वास प्रस्ताव को विदेशी साजिश का हिस्सा बताते हुए जांच की मांग की गई है। हालांकि विपक्ष दल इस पर विरोध जता रहे है, उनका कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक कार्यवाही हो, लेकिन सत्ता पक्ष का कहना है कि अविश्वास प्रस्ताव का विरोध करना हमारा अधिकार हैं।
पाकिस्तान में विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव की गेंद से खेल के मैदान में माहिर माने जाने वाले क्रिकेटर इमरान खान का सियासी विकेट चटकेगा या मैदान में कप्तानी का सफल सफर करने वाले खान अपने सियासी सफर को भी पूरा करेंगे। ये आज पता लग जाएगा। चार दशक पहले क्रिकेट के मैदान में खान की गेंद को खेलना किसी भी बल्लेबाज के लिए मुश्किल था, लेकिन सियासी मैदान में खान की संसदीय असेंबली भंग करने वाली गेंद के सामने सुप्रीम कोर्ट ने ऐसी बल्लेबाजी की , जिसने पाक प्रधानमंत्री इमरान खान को मुसीबत में डाल दिया जिसका उन्होंने सोचा तक नहीं था। सुको ने सदन भंग करने के आदेश को पलटा और अविश्वास प्रस्ताव करने का ऐसा शॉट खेला जिसने सियासी पाक कप्तान इमरान खान का पसीना छूटा दिया।
खान का असेंबली भंग, सुको का आदेश, विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव
पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट ने असेंबली भंग करने के आदेश को रद्द किया और अविश्वास प्रस्ताव पर वोट करने का आदेश दिया। सुप्रीम कोर्ट ने शनिवार को पाकिस्तान समयानुसार सुबह 10:30 बजे से पहले नेशनल असेंबली का सत्र बुलाने का भी आदेश दिया, जिसमें कहा गया कि अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान उसी दिन होना चाहिए। आज इस अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होनी है, पाक के साथ पूरी दुनिया को ये पता चल जाएगा कि 10 साल तक पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान बने रहने और वर्ल्ड कप जीत के हीरो इमरान खान सियासत कप्तान की कुर्सी पर बने रहते हैं या फिसलते हैं।
क्रिकेट में कप्तानी का सफर
आपको बता दें इमरान खान ने पाकिस्तान क्रिकेट टीम दस साल तक कप्तानी की कमान संभाली और उनके नेतृत्व में पाक टीम ने 1992 में क्रिकेट वर्ल्ड कप जीता। इमरान खान की कप्तानी में पाकिस्तान ने 48 टेस्ट मैच खेले।जिनमें से 14 मैचों में जीत मिली, आठ हारे और 26 ड्रा रहे। खान कप्तानी में पाक ने 139 वनडे मैचों में से 77 पाकिस्तान ने जीते, 57 मैच हारें गई।
सदन में नहीं पहुंचे पाक पीएम और समर्थित सांसद, इमरान का जाना तय
पाकिस्तान में कुल सांसदों की संख्या 342 है। इमरान खान को अपनी गद्दी बचाने के लिए 172 सांसदों के वोट चाहिए। लेकिन इस समय खान सरकार को 142 सांसदों का समर्थन प्राप्त है। जबकि विपक्ष के साथ 199 सांसद हैं। ऐसे में यदि वोटिंग होती है तो ये तय है कि इमरान सरकार जाएंगी। विपक्ष के सभी सांसद सदन में पहुंच गए है जबिक मौजूदा वक्त तक इमरान के सांसद सदन में नहीं पहुंचे। खान आज या तो अविश्वास प्रस्ताव में अपना बहुमत खो देंगे या फिर अपना सामूहिक इस्तीफा देंगे। पाक में बनी मौजूदा अराजक स्थिति न केवल एक लोकतांत्रिक संकट है, बल्कि एक बड़ा राजनीतिक और संवैधानिक संकट भी है।
सुको की नो बॉल और आम चुनाव इमरान का विकल्प, जिससे खान का बचेगा स्टंप, विपक्ष होगा पस्त
पाकिस्तान में विपक्ष के खिलाफ प्रधानमंत्री इमरान खान का प्रतिरोध जारी है, हालांकि इमरान खान के विकल्प अविश्वास प्रस्ताव के आगे तेजी से खत्म होते जा रहे हैं। पहले खान के विश्वसनीय उपाध्यक्ष कासिम शाह सूरी ने अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान को विदेशी साजिश बताते हुए रद्द कर दिया था, इस फैसले ने सरकार विरोधियों को झटका लगा,और ये माने जाने लगा कि खान की यॉर्कर से विपक्षी बोल्ड हो गए। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने इस असेंबली भंग करने के आदेश को रद्द कर दिया और अविश्वास प्रस्ताव पर वोट करने को कहा। जिससे एक बार फिर विपक्षियों की उम्मीद जागी। लेकिन इमरान सरकार के पास एक और विकल्प शेष है, जिसमें पीएम खान ने राष्ट्रपति को एक सिफारिश भेजी, जिसमें उन्हेोंने विधानसभाओं को तत्काल प्रभाव से भंग करने और देश में आम चुनावों की घोषणा करने के लिए कहा गया था। यहीं एक विकल्प है जो इमरान सरकार को बचा सकता है।हालांकि इससे पहले भी सुप्रीम कोर्ट ने डिप्टी स्पीकर के 3 अप्रैल के फैसले को असंवैधानिक घोषित करते हुए, विधानसभाओं को भंग करने के राष्ट्रपति के आदेश को वापस लेते हुए सरकार और नेशनल असेंबली को फिर से बहाल करने का आदेश दिया। पाकिस्तान जल्द चुनाव की ओर देख रहा है, सरकार में खान की पारी और विपक्ष के लिए उनकी गुगली उलट गई है, क्योंकि खान का पैर लाइन के ऊपर है।
Created On :   9 April 2022 10:23 AM IST