श्रीलंका ब्लास्ट: इस्लामिक आतंकवाद के एंगल पर हो रही जांच, भारतीय दूतावास भी था निशाने पर
- 450 लोग बताए जा रहे हैं घायल
- नेशनल तौहीद जमात पर लग रहा आरोप
- हमने में अब तक 215 लोगों की मौत
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। श्रीलंका में रविवार को सिलसिलेवार आठ धामके हुए हैं, जिसमें 215 लोगों की मौत हो चुकी है और 450 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। हमले का आरोप श्रीलंका के आतंकी संगठन नेशनल तौहीद जमात पर लग रहा है, जिसने 10 दिन पहले प्रमुख चर्च और पब्लिक एरिया को टारगेट करने की चेतावनी भी दी थी। पुलिस इस हमले में इस्लामिक आतंकवाद को केंद्र मानकर जांच कर रही है, आतंकियों के निशाने पर भारतीय दूतावास भी था।
कितनी गहरी हैं श्रीलंका में NTJ की जड़ें
नेशनल तौहीद जमात (NTJ) एक इस्लामिक कट्टरपंथी संगठन है, जिसकी जडें श्रीलंका में जमी हुई हैं। ये आतंकी संगठन 2018 में बौध्द प्रतिमाओं को तोड़कर सुर्खियो में आया था, संगठन के सचिव अब्दुल रैजिक ने 2014 में महात्मा बुद्ध और बौध्द धर्म के खिलाफ आपत्तिजनक बात कही थी, उसे हिंसा भड़काने के आरोप में 2016 में गिरफ्तार किया गया था। एनटीजे पर वहाबी विचारधारा को फैलाने का भी आरोप है।
श्रीलंका में बौद्ध और मुसलमानों के बीच संघर्ष!
श्रीलंका में बौध्द और मुसलमानों के बीच लंबे समय से संघर्ष चल रहा है, जो मार्च 2014 में ज्यादा बढ़ गया था। सरकार ने कैंडी शहर में 10 दिने के लिए आपात काल लागू कर दिया था, बौध्द संगठनों का आरोप है कि मुस्लिम यहां जबरन धर्म परिवर्तन करा रहे हैं, बौध्दों ने उनकी इमारतों को नुकसान पहुंचाने की शिकायत भी की थी।
श्रीलंका में मुस्लिम-ईसाई हैं अल्पसंख्यक
श्रीलंका का प्रमुख धर्म बौध्द है। यहां 70 प्रतिशत से ज्यादा आबादी बौद्ध धर्म का पालन करती है। यहां की 12 प्रतिशत आबादी हिंदू है। ईसाई और मुस्लिम धर्म को मानने वाले यहां 10-10 प्रतिशत हैं। श्री लंका से कई मुस्लिम आतंकी बनने सीरिया भी जा चुके हैं।
Created On :   21 April 2019 6:28 PM IST