नहीं रहीं दुनिया की सबसे उम्रदराज महिला सिस्टर आंद्रे, 118 साल की उम्र में ली अंतिम सांस

Sister Andre, the worlds oldest woman no more, breathed her last at the age of 118
नहीं रहीं दुनिया की सबसे उम्रदराज महिला सिस्टर आंद्रे, 118 साल की उम्र में ली अंतिम सांस
निधन नहीं रहीं दुनिया की सबसे उम्रदराज महिला सिस्टर आंद्रे, 118 साल की उम्र में ली अंतिम सांस
हाईलाइट
  • पिछले साल ही बनी थीं दुनिया की सबसे उम्रदराज महिला

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दुनिया की सबसे ज्यादा उम्र की महिला सिस्टर आंद्रे का निधन हो गया। उनकी उम्र 118 साल थी। 11 फरवरी 1904 को फ्रांस के टूलॉन में जन्मी नन सिस्टर का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दुनिया की सबसे उम्रदराज महिला के रूप में दर्ज है। अगर वह 25 दिन और जिंदा रहती तो वह अपनी जिंदगी का 119वां जन्मदिन मनातीं।  

सिस्टर आंद्रे के निधन पर उनके प्रवक्ता डेविड तावेल्ला ने बताया कि उन्होंने टूलॉन के नर्सिंग होम में अंतिम सांस ली। तावेल्ला ने कहा, 'ये बहुत दुख की बात है कि उनका निधन हो गया, लेकिन सिस्टर आंद्रे की इच्छा थी कि उनके साथ ऐसा हो। क्योंकि वह अपने स्वर्गीय भाई के पास जाना चाहती थीं। वह उनसे बेहद प्यार करती थीं। सिस्टर आंद्रे के लिए मौत एक आजादी के समान थी।' फ्रांस के टूलॉन शहर में रहने वाली आंद्रे को उनके निधन पर वहां के मेयर हुबर्ट फॉल्को ने श्रद्धांजलि अर्पित की।  

दूसरों की सेवा को बनाया अपने जीवन का मूल उद्देश्य

सिस्टर आंद्रे ने अपने जीवन का सबसे ज्यादा समय लोगों की सेवा और धार्मिक कार्य करने में व्यतीत किया। कैथोलिक नन बनने से पहले उन्होंने द्वितीय विश्व युद्ध में बेसहारा हुए बच्चों की देखभाल की। इसके साथ ही उन्होंने 28 वर्षों तक हॉस्पिटल में बेसहारा बच्चों और बुजुर्गों की सेवा की। सिस्टर आंद्रे के नाम दुनिया की सबसे बुजुर्ग नन होने का कीर्तिमान भी है। पिछले साल फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मेक्रॉन ने उन्हें अपने जीवन के 118 साल पूरे करने पर एक विशेष बर्थडे नोट भी भेजा था। बता दे कि अपनी पूरी जिंदगी में सिस्टर आंद्रे ने फ्रांस के 18 राष्ट्रपति बनते देखे। 

कोरोना संक्रमित होने से बचीं

सिस्टर आंद्रे साल कोरोना की चपेट में आने से भी बच गई, जबकि जिस नर्सिंग होम में वो सेवा देती थीं वहां के 81 लोग संक्रमित हो गए थे। इस पर उनका कहना था कि 'उनके काम और दूसरों की देखभाल ने उन्हें चौकन्ना रखा था। लोग कहते हैं कि काम मारता है, मेरे लिए काम ने मुझे जीवित रखा, मैं 108 साल की उम्र तक काम करती रही।'  उनका मानना था कि "लोगों को एक-दूसरे की मदद करनी चाहिए और नफरत करने के बजाय एक-दूसरे से प्यार करना चाहिए। अगर हम वह सब साझा करते हैं, तो चीजें बहुत बेहतर होंगी।"

गौरतलब है कि सिस्टर आंद्रे पिछले साल ही दुनिया की सबसे उम्रदराज महिला बनी थीं। उनसे पहले यह कीर्तिमान जापान की काने तनाका के नाम था। अप्रैल में उनकी मृत्यु होने के बाद यह रिकॉर्ड सिस्टर आंद्रे के नाम हो गया। 

 

Created On :   18 Jan 2023 6:46 PM IST

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