सिंगापुर की अदालत ने मादक पदार्थ तस्करी मामले में पीआईओ को बरी किया

Singapore court acquits PIO in drug trafficking case
सिंगापुर की अदालत ने मादक पदार्थ तस्करी मामले में पीआईओ को बरी किया
अलगाव की भावना सिंगापुर की अदालत ने मादक पदार्थ तस्करी मामले में पीआईओ को बरी किया

डिजिटल डेस्क, कुआलालंपुर। सिंगापुर की एक अदालत ने 2020 में मादक पदार्थो की तस्करी के एक मामले में जूम के जरिए मौत की सजा पाए भारतीय मूल के मलेशियाई को यह कहते हुए बरी कर दिया है कि अभियोजन पक्ष ने अपना मामला साबित नहीं किया।

चैनल न्यूज एशिया की रिपोर्ट के अनुसार, 39 वर्षीय पुनीथन गेनासन को अक्टूबर 2011 में वेस्ट कोस्ट मैकडॉनल्ड्स कार पार्किं ग में एक-दूसरे को दो ड्रग कोरियर पेश करके 28.5 ग्राम डायमॉर्फिन की तस्करी के एक मामले से बरी कर दिया गया था।

उन्हें तब फंसाया गया था, जब 28 अक्टूबर, 2011 को गिरफ्तार किए गए दो कोरियर ने आरोप लगाया था कि गेनासन ड्रग लेनदेन का मास्टरमाइंड था। अभियोजन पक्ष यह साबित करने में विफल रहा कि कोरियर को एक-दूसरे से मिलाने के लिए गेनासन की बैठक ड्रग डीलिंग से पहले हुई थी।

मुख्य न्यायाधीश सुंदरेश मेनन और जस्टिस एंड्रयू फांग और ताई योंग क्वांग ने कहा कि मुकदमे में कथित बैठक की तारीख और समय के संबंध में सबूतों में विसंगतियां थीं। न्यायमूर्ति क्वांग ने इस मामले की अनूठी परिस्थितियों का हवाला देते हुए कहा कि आरोप उचित संदेह से परे साबित नहीं हुआ, क्योंकि यह अनिश्चित था कि बैठक हुई थी या नहीं।

तीन न्यायाधीशों के पैनल की ओर से फैसला सुनाने वाले न्यायमूर्ति क्वांग ने कहा कि अपील में निर्णय बैठक पर केंद्रित था और कोरियर की दोषसिद्धि और अपील का दवाओं और उन्हें वितरित करने की प्रक्रिया पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा। दो कोरियर में से एक को आजीवन कारावास और 15 बेंत की सजा सुनाई गई, जबकि दूसरे को मौत की सजा सुनाई गई। गेनासन का पहला आपराधिक मामला था और सिंगापुर में सुनवाई के बाद उसे मौत की सजा सुनाई गई थी।

नशीले पदार्थो के विशेषज्ञों के अनुसार, डायमॉर्फिन या शुद्ध हेरोइन उनींदापन और अलगाव की भावना पैदा करता है। यह अत्यधिक नशे की लत है और अधिकांश देशों में इसे प्रतिबंधित कर दिया गया है। सिंगापुर में अवैध दवाओं के लिए शून्य-सहिष्णुता की नीति है और अधिकार समूहों के अनुसार, पिछले दशकों में नशीले पदार्थो से संबंधित अपराधों के लिए सैकड़ों लोगों को फांसी दी गई है।

एमनेस्टी इंटरनेशनल के अनुसार, देश में 2019 में ड्रग से संबंधित आरोपों में दो लोगों को फांसी दी गई, जबकि दो अन्य को हत्या का दोषी ठहराते हुए फांसी दी गई। नशीली दवाओं से संबंधित अपराधों के लिए दर्ज किए गए निष्पादन वाले देशों में चीन (जो एक राज्य रहस्य के रूप में आंकड़ों को वर्गीकृत करता है), ईरान, सऊदी अरब, इंडोनेशिया और सिंगापुर शामिल हैं।

 

आईएएनएस

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Created On :   31 Oct 2022 9:01 PM IST

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