Pakistan: एफएटीएफ की बैठक से पहले पाक को झटका, आतंकी मसूद अजहर सेना की कस्टडी से गायब
- FATF में 205 देशों के प्रतिनिधि भाग लेंगे
- ग्रे लिस्ट में है पाकिस्तान
डिजिटल डेस्क, लंदन। टेरर फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग पर नजर रखने वाली फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की पेरिस में होने वाली बैठक से पहले ही आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का सरगना मसूद अजहर पाकिस्तानी सेना की कस्टडी से गायब हो गया है। पाकिस्तान के मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (MQM) के संस्थापक अल्ताफ हुसैन ने ट्वीट कर यह जानकारी दी। हुसैन ने कहा कि आतंकी के गायब होने से पाकिस्तान के प्रतिबंधित संगठनों को लेकर बनाई गई नीति पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
इस हफ्ते, पेरिस स्थित वैश्विक आतंकी वित्तपोषण मामले मे जांच करने वाली संस्था FATF मूल्यांकन करेगी कि पाकिस्तान ने आतंकी वित्तपोषण से लड़ने के लिए अपनी कार्य योजना को लागू किया है या नहीं और क्या उसने आतंकवाद रोकने के लिए पर्याप्त कदम उठाए हैं या नहीं। एक दूसरे ट्वीट में, हुसैन ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटारेस की पाकिस्तान यात्रा पर अपनी चिंता व्यक्त की। हुसैन ने पूछा कि क्या संयुक्त राष्ट्र प्रमुख अपनी चार दिवसीय यात्रा के दौरान सिंध, ब्लूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा के प्रांतों का दौरा करेंगे और वहां रह रहे लोगों की दमन की कहानियों को सुनेंगे।
FATF में 205 देशों के प्रतिनिधि भाग लेंगे
आईएमएफ, संयुक्त राष्ट्र, विश्व बैंक और अन्य संगठनों सहित दुनिया भर के 205 देशों के प्रतिनिधि FATF की बैठक में भाग लेंगे। गौरतलब हो कि पेरिस में 19 फरवरी को होने वाली बैठक में FATF यह समीक्षा करेगा कि क्या पाकिस्तान ने आतंक के खिलाफ लड़ाई में उसकी कार्ययोजना को सही तरीके से कार्यान्वित किया है या नहीं।
ग्रे लिस्ट में है पाकिस्तान
जुलाई, 2019 में चीन की अध्यक्षता में हुई बैठक में आतंक के खिलाफ इस्लामाबाद के कदमों को लेकर संतोष व्यक्त किया गया था। हालांकि इसके बावजूद पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में बरकरार रखा गया था। इसके बाद अक्टूबर बीजिंग में हुई FATF के एशिया प्रशांत समूह की बैठक में तकनीकी दृष्टिकोण से पाकिस्तान के हालातों की समीक्षा की गई थी।
...तो ब्लैक लिस्ट होगा पाकिस्तान
FATF ने पाकिस्तान को फरवरी 2020 तक वक्त दिया था। FATF ने चेतावनी दी थी कि अगर तब तक पाकिस्तान 27 में से 22 बिंदुओं पर उसकी सिफारिशों का अनुपालन नहीं करता है तो उसे ब्लैक लिस्ट में डाल दिया जाएगा। अब FATF यह फैसला करेगा कि क्या पाकिस्तान ने ब्लैक लिस्ट होने से बचने के लिए उपयुक्त कदम उठाए हैं या नहीं। अगर पाक को ब्लैक लिस्ट में डाल दिया जाता है तो उसे अंतरराष्ट्रीय बहिष्कार का सामना करना पड़ सकता है।
Created On :   17 Feb 2020 8:10 PM IST