युद्ध को लेकर यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की का बड़ा दावा
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- युद्ध की भयावहता
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रूस -यूक्रेन के बीच जारी जंग को करीब तीन सौ से अधिक दिन पूरे हो चुके है। यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने दावा किया है कि युद्ध में रूस के एक लाख से अधिक सैनिक मारे जा चुके है।
ओल्गा लाउटमैन ने कहा कि रूसी सैनिकों की मौत के बढ़ते आंकड़ों से मास्को को कोई फर्क नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि अगर एक मिलियन रूसी भी मर जाए, तो ये मास्को इसके लिए चिंता नहीं करेगा।ओल्गा लाउटमैन ने आगे कहा कि अगर व्लादिमिर पुतिन की सत्ता जाती है तब भी ज्यादा बदलाव की उम्मीद नहीं कर सकते है। आपको बता दें अधिकतर पश्चिमी देशों ने यूक्रेन का सहयोग किया।
द सन की एक रिपोर्ट के हवाले से बताया गया है कि यूक्रेन पर जीत की जिद में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन 10 लाख रूसी सैनिकों की बलि चढ़ाने से भी नहीं हिचकेंगे। द सन की रिपोर्ट के हवाले से एबीपी ने लिखा है कि जंग में पुतिन की सेना 332 रोजाना औसत में अपने सैनिक गंवा रही है। हालांकि यूक्रेन की ओर से जारी इन आंकड़ों को वेरिफाई नहीं किया गया है। कुछ विशेषज्ञों ने युद्ध की भयावहता को इससे भी बुरा बताया गया है।
ब्लोइंग अप रशिया किताब लिखने वाले रूस से निर्वासित विशेषज्ञ यूरी फेलस्की का कहना है कि युद्ध में हो रही मौतों की वजह से पुतिन को कमजोर नहीं समझा जा सकता है। उन्होंने कहा कि जितना ज्यादा रूस को नुकसान होगा, उतना ही ये युद्ध जरूरी दिखेगा, यूक्रेन ने द्वितीय विश्व युद्ध का हवाला देते हुए कहा कि रूस में ऐतिहासिक तौर पर जिंदगी की कीमत बहुत सस्ती है।
Created On :   23 Dec 2022 3:53 PM IST