G-20 समिट में पीएम मोदी ने उठाया आतंकवाद का मुद्दा, अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से मांगा समर्थन
- पीएम ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से आतंकवाद के मुद्दे पर समर्थन मांगा
- पीएम ने आतंकवाद को मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया
- पीएम मोदी ने G-20 समिट में आतंकवाद का मुद्दा उठाया
डिजिटल डेस्क, ओसाका। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को 14वें G-20 शिखर सम्मेलन के दौरान आतंकवाद के मुद्दे को आक्रमकता के साथ उठाया। पीएम मोदी ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से "आतंकवाद और नस्लवाद के समर्थन के सभी माध्यमों को रोकने" का आग्रह किया।
आतंकवाद को मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा बताते हुए, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा: "यह न केवल निर्दोषों के जीवन लेता है, बल्कि यह आर्थिक विकास और सांप्रदायिक सद्भाव को नकारात्मक रूप से प्रभावित करता है। हमें आतंकवाद और नस्लवाद के समर्थन के सभी माध्यमों को रोकना होगा।"
अपनी यात्रा के दूसरे दिन, मोदी ने अमेरिका, दक्षिण कोरिया, सऊदी अरब और जर्मनी के साथ चार द्विपक्षीय बैठकों के तीन बहुपक्षीय बैठकों में भाग लिया। उन्होंने वियतनाम और विश्व बैंक के अध्यक्ष डेविड मालपा के साथ दो पुल-साइड बैठकें भी कीं।
ब्रिक्स इनफॉर्मल मीटिंग
ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका सहित ब्रिक्स समूह के नेताओं के साथ अपनी मुलाकात के दौरान, मोदी ने उनसे आतंकवाद और नस्लवाद को समर्थन के सभी माध्यमों को समाप्त करने में योगदान देने का आग्रह किया।
ब्रिक्स नेताओं ने दोहराया कि यह सभी देशों की जिम्मेदारी है कि वे आतंकवादी नेटवर्क के वित्तपोषण को रोके। एक संयुक्त बयान में ब्रिक्स नेताओं ने कहा "हम आतंकवादी हमलों की कड़ी निंदा करते हैं। ब्रिक्स देशों के खिलाफ सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में, जहां भी और जिस किसी ने भी ऐसा किया है, हम कड़ी निंदा करते हैं।"
ब्रिक्स नेताओं ने भ्रष्टाचार को लेकर भी बात की और अवैध वित्तीय प्रवाह का मुकाबला करने में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग का समर्थन करने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया। ब्रिक्स नेताओं ने कहा, "अवैध धन और वित्तीय प्रवाह एक वैश्विक चुनौती है, जो आर्थिक विकास और सतत विकास पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। हम इसका मुकाबला करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग का समर्थन करने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हैं।"
सऊदी क्राउन प्रिंस के साथ द्विपक्षीय बैठक
प्रधानमंत्री मोदी ने सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से भी मुलाकात की। दोनों नेताओं ने सऊदी-भारत रणनीतिक साझेदारी के बारे में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों, विशेष रूप से ऊर्जा, व्यापार, और आतंकवाद से निपटने में सहयोग को और गहरा करने के तरीकों पर ध्यान केंद्रित किया।
विदेश सचिव विजय गोखले ने कहा, "आतंकवाद से निपटने के लिए भी चर्चा की गई थी और दोनों नेताओं ने आतंकवाद के वित्तपोषण को रोकने के लिए आतंकवाद विरोधी उपायों और तरीकों में सहयोग को गहरा करने पर सहमति जताई है। दोनों नेताओं ने इस बात पर सहमति व्यक्त की कि आतंकवाद एक वैश्विक खतरा है और मानवता के लिए चुनौती है।"
रूस-भारत-चीन मीटिंग
मोदी ने ओसाका में एक अनौपचारिक "आरआईसी" बैठक के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की भी मेजबानी की। गोखले ने आरआईसी की बैठक के बाद इसकी जानकारी दी।
गोखले ने बताया, "प्रधानमंत्री मोदी ने मीटिंग में कहा कि आतंकवाद एक ऐसी चीज है जो वैश्विक चुनौती है। इसके खिलाफ सभी को साथ आना चाहिए। उन्होंने आतंकवाद पर वैश्विक सम्मेलन आयोजित करने के अपने प्रस्ताव में चीन और रूस का समर्थन मांगा।
जापान और अमेरिका के साथ पीएम मोदी की बैठक में व्यापार, रक्षा और 5G कम्यूनिकेशन नेटवर्क से संबंधित मुद्दों पर चर्चा हुई। गुरुवार को जापान के अपने समकक्ष शिंजो आबे के साथ यह मोदी की दूसरी बैठक थी।
मोदी ने बाद में ट्वीट कर कहा, "JAI त्रिपक्षीय की आज की बैठक प्रोडेक्टिव रही। हमने इंडो-पैसिफिक रीजन, इंफ्रास्ट्रकचर डेवलपमेंट और कनेक्टिविटी को बेहतर करने को लेकर व्यापक विचार-विमर्श किया। अपने विचारों को साझा करने के लिए पीएम शिंजो आबे और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का आभार।"
JAI की वार्ता आयोजित करने के अलावा, मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से भी मुलाकात की। त्रिपक्षीय बैठक के तुरंत बाद मिले दोनों नेताओं ने व्यापार, रक्षा और 5G कम्यूनिकेशन नेटवर्क सहित प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की।
मोदी ने जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन से भी मुलाकात की। मर्केल के साथ, उन्होंने आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस, ई-मोबिलिटी, साइबर-सिक्योरिटी, रेलवे आधुनिकीकरण और कौशल विकास में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की।
अपने दौरे के तीसरे दिन पीएम मोदी की ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो, तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों सहित कई नेताओं से मुलाकात होनी है।
Created On :   28 Jun 2019 6:44 PM IST