पीएम मोदी ने की चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन की दो दिवसीय यात्रा पर चीन के शहर वुहान पहुंच चुके हैं।
- आज से ही पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी चिनपिंग के बीच अनौपचारिक शिखर वार्तांओं का दौर शुरू हो जाएगा।
- दोनों के बीच भारतीय समयानुसार पहली बैठक करीब पौने एक बजे से शुरू होगी।
- दौरे के दौरान दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय
- अंतर्राष्ट्रीय और आपसी हितों से जुड़े अहम मुद्दों पर चर्चा हो सकती है।
- बैठक से पहले च
डि़जिटल डेस्क, वुहान। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन की दो दिवसीय यात्रा के पहले दिन चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की, दोनों नेताओं के बीच कई मुद्दों पर चर्चा होगी। आज से ही पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी चिनपिंग के बीच अनौपचारिक शिखर वार्तांओं का दौर शुरू हो गया है। दोनों के बीच भारतीय समयानुसार पहली बैठक करीब पौने एक बजे हुई। बैठक से पहले चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने पीएम मोदी का हुवई प्रोविंशियल म्यूजियम में स्वागत किया। जिनपिंग ने भारतीय प्रधानमंत्री से अनौपचारिक बातचीत के लिए पहली बार प्रोटोकॉल तोड़ा। दो दिन में दोनों नेता 6 बार मिलेंगे।
Visuals of Prime Minister Narendra Modi and Chinese President Xi Jinping"s one on one meeting in #China"s Wuhan. pic.twitter.com/j0VFwc6yQz
— ANI (@ANI) April 27, 2018
#WATCH: Prime Minister Narendra Modi meets Chinese President Xi Jinping at Hubei Provincial Museum. pic.twitter.com/RZNaFMGs6C
— ANI (@ANI) April 27, 2018
भारत-चीन के बीच होगी कई मुद्दों पर चर्चा
पीएम मोदी के चीन दौरे को लेकर काफी उम्मीदें हैं। उम्मीद है कि दौरे के दौरान दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय, अंतर्राष्ट्रीय और आपसी हितों से जुड़े अहम मुद्दों पर चर्चा हो सकती है। हालांकि ये एक अनौपचारिक शिखर वार्ता है, इस दौरान किसी समझौते पर हस्ताक्षर नहीं किए जाएंगे और न ही कोई साझा बयान जारी किया जाएगा। अधिकारियों के मुताबिक यह शिखर सम्मेलन मुद्दों को सुलझाने पर सहमति बनाने के लिए है जो किसी समझौते की घोषणा के बजाय बाद की कार्रवाई पर होगा। दोनों नेताओं के बीच इस तरह का संवाद पहली बार हो रहा है।
पीएम मोदी के दौरे का दो दिन का पूरा कार्यक्रम
दो दिवसीय दौरे के दौरान पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग कई कार्यक्रमों में शामिल होंगे और उनके बीच अनौपचारिक सीधी बात होगी। पीएम मोदी और जिनपिंग के बीच होने वाले कार्यक्रमों की बात की जाए तो उसमें चीन के सबसे अच्छे म्यूजियम की यात्रा व एक मनमोहक झील के किनारे रात्रि भोज शामिल है। इस सम्मेलन को "दिल से दिल को जोड़ने वाली पहल" करार दिया जा रहा है, जिसका उद्देश्य दोनों देशों के कुछ अति विवादास्पद मुद्दों पर सहमति की राह खोजना है। मोदी और जिनपिंग आज भोजन के बाद अकेले में बैठक करेंगे। दोनों नेता हुबई प्रांतीय संग्रहालय जाएंगे जहां बड़ी संख्या में एतिहासिक व सांस्कृतिक निशानियां मौजूद हैं। इसके बाद एक अहम बैठक होगी जिसमें दोनों देशों की ओर से 6-6 अधिकारी शामिल होंगे। पीएम मोदी और जिनपिंग चर्चित ईस्ट लेक के किनारे रात्रि भोज करेंगे जो कि चीन के क्रांतिकारी नेता माओ का माओत्से तुंग का पसंदीदा अवकाश गंतव्य रहा है। शनिवार को दोनों नेता झील के किनारे टहलेंगे, बोट में यात्रा करेंगे और भोजन करेंगे।
डोकलाम पर बनेगी बात !
पीएम मोदी के चीन दौरे को इसलिए भी अहम माना जा रहा है कि बीते दिनों भारत और चीन के बीच सीमा पर माहौल तनातनी पूर्ण रहा है। डोकलाम में दोनों देशों की सेना के टकराव की खबरें भी सामने आई थीं और तब चीन की ओर से कुछ बयान भी जारी किए गए थे। डोकलाम विवाद के बाद भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल ने भी चीन की यात्रा की थी।
Created On :   27 April 2018 8:25 AM IST