रूस के हमलों के बीच बढ़ी जेलेंस्की की मुश्किलें, सड़क पर विरोध प्रदर्शन करने उतरे अपने ही लोग, कड़ाके की ठंड के बीच बिजली कटौती से परेशान लोगों ने किया प्रदर्शन

रूस-यूक्रेन युद्ध रूस के हमलों के बीच बढ़ी जेलेंस्की की मुश्किलें, सड़क पर विरोध प्रदर्शन करने उतरे अपने ही लोग, कड़ाके की ठंड के बीच बिजली कटौती से परेशान लोगों ने किया प्रदर्शन
हाईलाइट
  • यूक्रेन के विनितसिया
  • माइकोलोव
  • ओडेसा कई शहरों में लोगों ने प्रदर्शन किए।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन के बीच नौ महीनों से चल रही जंग रूकने का नाम नहीं ले रही। इस जंग से सबसे ज्यादा नुकसान यूक्रेन को हो रहा है। यूक्रेन के हालात गंभीर होते जा रहे हैं। यहां पर पानी की परेशानी, बिजली कटौती के बीच लोगों को कड़ाके की ठंड का भी सामना करना पड़ रहा है। यूक्रेन की जनता ने राष्ट्रपति जेलेंस्की के खिलाफ पहली बार बागी तेवर दिखाए हैं। यूक्रेन के विनितसिया,माइकोलोव,ओडेसा कई शहरों में लोगों ने प्रदर्शन किए।  

विपक्षी नेताओं को जेल

सरकार ने यहां पर मार्शल लॉ लागू कर दिया है। माना जा रहा है कि जेलेंस्की इससे अपने राजनीति हितों को साधने का भी प्रयास कर रहे हैं। कई विपक्षी नेताओं को जेल में भी डाल दिया है। हालांकि इसके बाद भी विपक्षी नेता मेदवेचुक जेल से भागने में कामयाब रहे। जेलेंस्की ने 11 विपक्षी पार्टियों की मान्यता रद्द कर दी है। वहीं पार्टियों की मान्यता खत्म करते हुए यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने आरोप लगाया कि ये पार्टियां रूस के समर्थन में हैं। 

जेलेंस्की ने कई धनकुबेरों की सम्पति की जब्त 

रूसी हमले की वजह से भले ही अब जेलेंस्की को जनता के विरोध का सामना करना पड़ रहा है लेकिन वह अपने विरोधी धनकुबेरों पर शिंकजा कसने में सफल रहे। रूसी हमलों के बाद रिनत अखमेतोव की संपत्ति 1.12 लाख करोड़ रूपये से घटकर 35 हजार करोड़ रूपये रह गई। वादयान नोविंस्की की भी संपत्ति 28 हजार करोड़ रुपए से घटकर 10 हजार करोड़ रह गई। इनके साथ ही जेलेंस्की ने 4 अन्य विरोधी धनकुबरों की संपत्ति एंटी ओलीगार्क (धनकुबेर) कानून के अंतर्गत सरकारी खजाने में जमा करा ली। इस तरह से जेलेंस्की ने अपने विरोधी माने जानेंवाले धनकुबेरों की संपति जब्त करके सरकारी खजाना बढ़ाने का काम किया, जिससे यूक्रेन को सैन्य और आर्थिक सहायता भी मिली। 
खबरों की मानें तो जिन धनकुबेरों की सम्पति जब्त की गई है उनमें से ज्यादा जेलेंस्की के लिए परेशानियां खड़ी कर रहे थे। रूसी हमलों से पहले ये सभी विपक्षी दलों को चंदा देते थे। लेकिन उनकी संपति जब्त कर जेलेंस्की ने धनकुबेरों की हालत खराब कर दी है। 

Created On :   28 Nov 2022 2:10 PM IST

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