Pakistan: भारत से व्यापार बंद करने के बाद परेशान हो रहा पाकिस्तान
- पाकिस्तान ने आयात की अनुमति देने से इंकार किया
- लोट्टे केमिकल को भारत से कच्चा माल आयात करना है
डिजिटल डेस्क, इस्लामाबाद। जम्मू और कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने को लेकर पाकिस्तान द्वारा भारत से व्यापार पर लगाया गया प्रतिबंध उसके ही गले की फांस बन गया है। दरअसल एक बड़ी कंपनी को पाकिस्तान में एक ऐसा कच्चा माल भारत से आयात करना है, जो पाकिस्तान में नहीं पाया जाता। चूंकि भारत से व्यापार पर रोक है, इसलिए पाकिस्तान सरकार ने भारत से माल मंगाने की अनुमति नहीं दी। अब, जब संकट बढ़ा है तो सरकार ने इस पर संबंधित विभाग को नए सिरे से प्रस्ताव बनाने को कहा है।
पाकिस्तान ने नहीं दी अनुमति
एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट में बताया गया कि दक्षिण कोरिया की फर्म लोट्टे केमिकल को पाकिस्तान सरकार ने भारत से कच्चे माल के आयात की अनुमति नहीं दी। वाणिज्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि लोट्टे केमिकल पाकिस्तान, दक्षिण कोरिया का पाकिस्तान में एक बड़ा निवेश है। इसे भारत से 40 हजार टन पैरेक्सिीलीन आयात करनी है। यह प्योर टेरेफ्थालिक एसिड (PTA) को बनाने में काम आने वाला कच्चा माल है। यह पाकिस्तान में नहीं पाया जाता, इसलिए इसे आयात करना पड़ता है। PTA का इस्तेमाल टेक्सटाइल, पैकेजिंग और बॉटलिंग उद्योग में किया जाता है। लोट्टे केमिकल इसे पाकिस्तान में बनाने और अन्य कंपनियों को बेचने वाली इकलौती कंपनी है।
इमरान को भेजा गया प्रस्ताव
कंपनी को इस कच्चे माल की जरूरत पड़ी, लेकिन भारत से व्यापार पर रोक के कारण इसे मंगाया नहीं जा सकता था। ऐसे में भारत से इसे मंगाने की मंजूरी देने का प्रस्ताव प्रधानमंत्री इमरान खान को भेजा गया। उन्होंने कहा कि इस पर संघीय कैबिनेट में चर्चा होनी चाहिए लेकिन यह प्रस्ताव उस समय हुई कैबिनेट की बैठक में पेश नहीं हो सका।
लोट्टे केमिकल ने एक बार फिर से कच्चे माल को भारत से मंगाने के लिए निवेदन किया। इस पर इमरान के वाणिज्य, उद्योग व निवेश मामले के सलाहकार अब्दुल रज्जाक ने भारत से 40 हजार टन पैरेक्सिीलीन के आयात के लिए नया प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिया। रज्जाक ने इसे भारत से मंगाने का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि लोट्टे केमिकल बड़ी कंपनी है, उसकी जरूरत को पूरा करने के लिए भारत से व्यापार पर रोक में एक बार के लिए छूट दी जा सकती है।
रिपोर्ट देने का निर्देश
एक्सप्रेस ट्रिब्यून के मुताबिक बीते महीने इमरान की अध्यक्षता में एक अन्य कैबिनेट बैठक में यह मुद्दा उठा, जिसमें कहा गया कि भारत से व्यापार पर रोक से विदेशी निवेश प्रभावित होगा। वहीं एक मत यह था कि जो कंपनियां भारत से सामान मंगाना चाहती हैं, उन्हें इससे जुड़े जोखिमों का अंदाजा पहले से होना चाहिए। इस पर कैबिनेट ने कोई अंतिम फैसला नहीं लिया और वाणिज्य विभाग से तमाम विकल्पों पर विचार करते हुए एक रिपोर्ट देने का निर्देश दिया।
Created On :   21 Feb 2020 9:43 PM IST