नेपाल प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ने 20 मार्च को विश्वास मत लेने की प्लानिंग की
- तीस दिन के भीतर फिर से विश्वास मत लेना होता
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ने 20 मार्च को विश्वास मत लेने की प्लानिंग की हैं। करीब तीन महीने बाद संसद में दहल का यह दूसरा फ्लोर टेस्ट होगा। कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल-यूनिफाइड मार्क्सिस्ट लेनिनिस्ट (CPN-UML) ने 27 फरवरी को पुष्प कमल दहल के नेतृत्व वाली सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया था।
नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल 20 मार्च को विश्वास मत लेंगे: प्रधानमंत्री सचिवालय के सूत्र।
सूत्र ने ANI को पुष्टि की, "उन्होंने सत्तारूढ़ गठबंधन के नेताओं के साथ चर्चा की है और 20 मार्च को विश्वास मत लेने की तैयारी कर रहे हैं।"
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— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 15, 2023
10 दलों के एक नए अशांत गठबंधन का नेतृत्व करते हुए नेपाल के प्रधान मंत्री पुष्प कमल दहल ने गठबंधित दलों के सभी नेताओं से चर्चा करने के बाद 20 मार्च यानी अगले सोमवार को फ्लोर टेस्ट करने की योजना बनाई है।
आपको बता दें सीपीएन-यूएमएल के समर्थन वापस लेने के बाद से दहल सरकार अल्पमत में हैं। इसका पता लगाने के लिए ही दहल सरकार सदन में फ्लोर टेस्ट कराने की तैयारी में हैं। यूएमएल के फैसले के कुछ दिन पहले, राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी ने भी सरकार छोड़ दी थी हालांकि उसने अपना समर्थन जारी रखा था।
नेपाल के संविधान के अनुच्छेद 100, खंड 2 के मुताबिक गठबंधित सरकार में कोई दल अपना समर्थन वापस ले लेता है या टूट जाता है, तब ऐसी स्थिति में प्रधानमंत्री को तीस दिन के भीतर फिर से विश्वास मत लेना होता हैं। यदि प्रधानमंत्री विश्वास मत पाने में विफल होता है तो वह अपना पद खो देगा।
अपने गठन के दो महीनों में, रात्रि स्वतंत्र पार्टी ने सरकार छोड़ दी थी, लेकिन अपना समर्थन जारी रखा। प्रधानमंत्री दहल को 26 मार्च तक फिर से फ्लोर टेस्ट करना होगा। दहल ने इससे पहले 10 जनवरी को फ्लोर टेस्ट किया था, जब उन्हें 99 फीसदी वोट मिले थे। दहल को उनके पक्ष में 268 वोट मिले थे। एएनआई के मुताबिक नेपाल के संसद के इतिहास में यह पहली बार था कि जब किसी प्रधानमंत्री को संसद में बहुमत के दौरान 99 फीसदी वोट मिले थे।
Created On :   15 March 2023 6:13 PM IST