अमेरिका के न्यूक्लियर पावर सेंटर पर मंडरा रहा है जासूसी गुब्बारा, जानने के बावजूद गुब्बारा गिराने को तैयार नहीं अमेरिका, चीन पर मढ़े हैं गंभीर आरोप

Mysterious balloon seen in Montana, America accuses China of spying
अमेरिका के न्यूक्लियर पावर सेंटर पर मंडरा रहा है जासूसी गुब्बारा, जानने के बावजूद गुब्बारा गिराने को तैयार नहीं अमेरिका, चीन पर मढ़े हैं गंभीर आरोप
अमेरिका में गुब्बारे से जासूसी अमेरिका के न्यूक्लियर पावर सेंटर पर मंडरा रहा है जासूसी गुब्बारा, जानने के बावजूद गुब्बारा गिराने को तैयार नहीं अमेरिका, चीन पर मढ़े हैं गंभीर आरोप
हाईलाइट
  • बैलून को नीचे गिराने पर लगी रोक

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका, कनाडा और लैटिन अमेरिका के एयरस्पेस में चीन का स्पाई बैलून देखा गया। चीन की इस हरकत के बाद दोनों देशों के बीच तकरार बढ़ती हुई दिखाई दे रही है, हालांकि सवाल यह है कि जब अमेरिका को इस बैलून के बारे में पता चला तो उसने इस बैलून नुमा गुब्बारे को गिराने की कोशिश क्यों नहीं की। अब सवाल यह उठ रहा है कि क्या अमेरिका भी स्पाई बैलून का इस्तेमाल कर रहा है।

अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन के प्रवक्ता के मुताबिक, स्पाई बैलून को मध्य अमेरिका के ऊपर देखा गया है, हालांकि उन्होंने बैलून की लोकेशन की जानकारी नहीं दी। पेंटागन का कहना है कि अमेरिका के एयरस्पेस में दिख दे रहे स्पाई बैलून ने अपने रास्ते में बदलाव कर लिया है जिसकी वजह से उसे अमेरिका के पूर्व की ओर देखा गया है। वहीं पेंटागन ने दूसरे चाइनीज गुब्बारे के बारे में दावा करते हुए कहा कि वह लैटिन अमेरिका में देखा गया है। 

पेंटागन के अनुसार, मोंटाना के एयरस्पेस में देखे गए बैलून का आकार तीन बसों के बराबर है। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय का कहना है कि स्पाई बैलून से लोगों को किसी भी प्रकार का कोई खतरा नहीं है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी वायुक्षेत्र में देखे जा रहे इस बैलून को ट्रैक किया जा रहा है। साथ ही इस पर सैन्य विमान के जरिए भी नजर रखी जा रही है।

बैलून को नीचे गिराने पर लगी रोक

जानकारी के मुताबिक, अमेरिकी अधिकारी इस चाइनीज स्पाई बैलून को जमीन पर गिराने का विचार कर रहे थे। वहीं सूत्रों का कहना है कि अमेरिकी सचिव लॉयड ऑस्टिन ने राष्ट्रपति जो बाइडेन को सलाह दी कि अगर स्पाई बैलून को शूट करके जमीन पर गिराया गया तो इससे भारी नुकसान हो सकता है। इसके अलावा वहां के अन्य अधिकारियों का मानना था कि ये गुब्बारा जब मोंटाना के कम आबादी वाले क्षेत्र में आए तब इसे गिरा दिया जाना चाहिए था। उनका तर्क था कि ये गुब्बारा नागरिक विमानों से काफी ज्यादा ऊंचाई पर था, ऐसे में गुब्बारे को गिराया जाए तो नुकसान होने के काफी कम आसार है। 

बदनाम करने का नया बहाना - चीन

बता दें कि, अगले कुछ दिनों में अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन चीन के दौरे पर जाने वाले थे, लेकिन चीन की इस हरकत की वजह से उन्होंने अपनी यात्रा रद्द कर दी है। जिसके बाद चीन की ओर से बयान आया कि हम एक जिम्मेदार देश है, जो दूसरे देश की संप्रभुता और अखंडता का सम्मान का करते हैं। चीन का कहना है कि हम किसी आधारहीन बातों को स्वीकार नहीं करते है। साथ ही बीजिंग का कहना है कि अमेरिकी मीडिया और राजनेताओं ने चीन को बदनाम करने का नया बहाना ढूंढ लिया है। इस मसले पर चीन के विदेशी मामलों के आयोग कार्यालय के डायरेक्टर यांग यी ने फोन पर एंटनी ब्लिंकन से बात की। 

मोंटाना क्यों है अमेरिका के लिए खास?

गुरूवार को अमेरिका ने जासूसी गुब्बारों के बारे में खुलासा किया था। बाइडेन प्रशासन के मुताबिक, हाल ही में मोंटाना क्षेत्र में 40 हजार फुट यानी तकरीबन 12 मीटर की ऊंचाई पर स्पाई बैलून को देखा गया है। मोंटाना कम आबादी होने के अलावा अमेरिकी एयरफोर्स का स्पेशल बेस भी है, इस क्षेत्र से अमेरिका की इंटरकॉन्टिनेंटल मिसाइल ऑपरेट की जाती है। तीन न्यूक्लियर मिसाइल क्षेत्र में से एक मोंटाना अमेरिका का प्रमुख न्यूक्लियर क्षेत्र है। अमेरिकी अधिकारियों ने दावा किया है कि चीन का यह स्पाई बैलून इन संवेदनशील जगहों से जानकारी जुटा रहा है। 

जाने क्या होता है स्पाई बैलून?

स्पाई बैलून को पहली बार प्रथम विश्व युद्ध के दौरान प्रयोग में लाया गया था। कोल्ड वॉर के दौरान सोवियत संघ और चीन की खुफिया जानकारी जुटाने के लिए अमेरिका ने एक साथ सौ स्पाई बैलून लॉन्च किए थे। लेकिन जब से ड्रोन और सैटेलाइट का जमाना आया है तब से इसका उपयोग कम होने लगा। लेकिन ऐसा कहना ठीक नहीं होगा कि, अब स्पाई बैलून का इस्तेमाल कम हो गया है, क्योंकि कई देश अभी भी जासूसी गुब्बारों का उपयोग करते है। यह गुब्बारा मानव रहित होता है इसलिए ये हवा की दिशा के मुताबिक उड़ते हुए जमीनी डाटा क्लेक्ट करता है। 

Created On :   4 Feb 2023 2:58 PM IST

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