दो साल बाद मिली पाक महिला पत्रकार, भारतीय की तलाश के दौरान गायब हुईंं थीं
डिजिटल डेस्क, इस्लामाबाद। पाकिस्तान की जेल में कथित जासूसी के आरोप में बंद भारतीय नागरिक हामिद अंसारी को ढूंढने में जी जान से लगी महिला पत्रकार जीनत शहजादी अचानक से 2015 में लाहौर से गायब हो गई थी। अब 2 साल बाद पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने जीनत को ढूंढ निकाला है। जीनत पाक-अफगान बॉर्डर के पास मिलीं है।
जीनत के मिलने के बाद पाकिस्तान के मिसिंग पर्सन्स कमीशन प्रमुख जस्टिस (रिटायर्ड) जावेद इकबाल ने बताया कि जीनत को विरोधी एजेंसियों और नॉन स्टेट एक्टर्स ने किडनैप कर लिया था। जिन्हे बलूचिस्तान और खैबर पखतूनख्वा के आदिवासी बुजुर्गों की मदद से बुधवार देर रात खोज लिया गया। जीनत को बुधवार को पाक-अफगान सीमा से बरामद किया गया है।
जीनत फ्री लांस रिपोर्टर हैं
25 साल की जीनत एक फ्री लांस रिपोर्टर है। जीनत पाकिस्तान में लापता हुए लोगों के ऊपर रिपोर्टिंग करती हैं। साल 2015 में वो एक भारतीय इंजीनियर निहाल हामिद अंसारी का पता लगाने में जुटी थीं। जिसे पाक ने भारतीय एजेंसी रॉ का जासूस बताया था। सोशल मीडिया की मदद से जीनत हामिद की मां फौजिया के संपर्क में आईं। इसके बाद जीनत ने फौजिया की तरफ से पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट की मानवाधिकार सेल में याचिका लगाई और हामिद को ढूंढने के लिए पाक सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश की। जिसका नतीजा यह हुआ कि पाकिस्तान के सुरक्षा बलों को कमिशन के सामने यह स्वीकार करना पड़ा कि हामिद उनकी कस्टडी में है। इसके बाद से जीनत कहीं गायब हो गई। जीनत के गायब होने पर उसके परिवार और मानवाधिकार संगठनों ने आरोप लगाया था कि उसका अपहरण होने से पहले भी खुफिया एजेंसी के लोगों ने उसे जबरन हिरासत में लेकर 4 घंटे तक पूछताछ की थी । इसके साथ ही परिजनों ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी पर जीनत को अगवा करने का आरोप लगाया।
2015 में एक मिलिटरी कोर्ट ने हामिद को जासूसी के आरोप में 3 साल के लिए जेल भेज दिया था। उसी साल शहजादी भी लापता हो गई थीं। शहजादी के गुमशुदा होने की खबर उस समय पाकिस्तान में चर्चा का विषय बनी थी, जब उसके 17 साल के भाई सद्दाम ने मार्च 2016 में आत्महत्या कर ली थी।
Created On :   21 Oct 2017 1:42 PM IST