लेबनान के सरकारी मीडिया कर्मचारियों ने बिगड़ते हालातों को लेकर की हड़ताल
डिजिटल डेस्क, बेरूत। लेबनान के दो सरकारी मीडिया संस्थानों के कर्मचारियों ने बिगड़ती कामकाजी और रहन-सहन की स्थिति के विरोध में दो दिवसीय हड़ताल शुरू की है।
सूचना मंत्रालय से संबद्ध राष्ट्रीय समाचार एजेंसी (एनएनए) और रेडियो लेबनान के कर्मचारी, गुरुवार को मनाई गई हड़ताल में मंत्रालय के कुछ स्टाफ सदस्यों के साथ शामिल हुए।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने एक बयान में घोषणा की थी कि अगर संबंधित लोग अपनी समस्याओं को हल करने के लिए सकारात्मक कदम उठाने में विफल रहे तो हड़ताल जारी रहेगी और मंत्रालय के बाकी कर्मचारी भी 22 जुलाई को उनके साथ शामिल होंगे।
एनएनए ने बताया कि बिगड़ती जीवन स्थितियों पर चर्चा करने और राज्य के मीडिया कर्मचारियों को उनकी खराब आर्थिक स्थिति के मद्देनजर अपने कर्तव्यों को पूरा करने की अनुमति देने के लिए गुरुवार को एक आम सभा बुलाई गई थी।
बैठक कार्यवाहक सूचना मंत्री जियाद अल-मकरी और मंत्रालय की इकाइयों, विभागों और निदेशालयों के प्रमुखों की उपस्थिति में आयोजित की गई थी।
अल-मकरी ने सलाह दी कि सभी कर्मचारियों का प्रतिनिधित्व करने और समाधान खोजने के लिए संबंधित अधिकारियों से मिलने के लिए एक समिति की स्थापना की जाए।
2019 से, लेबनान एक अभूतपूर्व वित्तीय संकट से जूझ रहा है जिसके परिणामस्वरूप स्थानीय मुद्रा का पतन हुआ है। विश्व बैंक के अनुसार, राजनीतिक, आर्थिक और स्वास्थ्य संकटों से प्रभावित, लेबनान की गरीबी दर अब बढ़कर 74 प्रतिशत से अधिक हो गई है।
इस महीने की शुरुआत में, संयुक्त राष्ट्र के रेजिडेंट कोऑर्डिनेटर और लेबनान के मानवीय समन्वयक, नजत रोचदी ने बेरूत में कहा कि लेबनान का संकट देश भर में हर जगह हर किसी को प्रभावित कर रहा है।
आईएएनएस
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Created On :   15 July 2022 10:00 AM IST