IRAN vs USA: ईरान का अमेरिकी सेना पर हमला, 80 लोगों की मौत
- अबरिल और अल असद सैन्य बेस पर ईरान ने मिसाइले दागी
- कासिम सुलेमानी के जनाजे में कई लोगों की मौत
डिजिटल डेस्क, तेहरान। अमेरिका और ईरान के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। ईरान ने अपने सबसे वफादार कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत का बदला लेने की ठान ली है। ऐसे में ईरान ने इराक में अमेरिकी सैनिकों के ट्रेनिंग कैंप पर मिसाइलों से हमला किया। अबरिल और अल असद सैन्य बेस पर ईरान ने मिसाइलें दागी है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस हमलें में करीब 80 लोग मारे गए हैं।
Reports that 80 people killed in Iran missile attacks on U.S. bases in Iraq. Press TV cannot independently verify the reports on the number of casualties: Iran"s Press TV pic.twitter.com/ZYmhCHaw5f
— ANI (@ANI) January 8, 2020
सुलेमानी के जनाजे के जुलूस में भगदड़:
कासिम सुलेमानी का जनाजा मंगलवार को निकाला गया। जनाजे के जुलूस में भगदड़ मच गई, जिसमें 50 से अधिक लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए। भगदड़ सुलेमानी के गृह नगर करमान में मची है। तेहरान में इससे एक दिन पहले सड़कों पर जुलूस निकला था, जिसमें लगभग 10 लाख लोग शामिल हुए थे। इस दौरान ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनी सबके सामने रोते हुए देखे गए थे।
ईरान ने पेंटागन को आतंकी संगठन घोषित किया:
ईरान की संसद ने पेंटागन (अमेरिकी रक्षा मंत्रालय) के सभी सदस्यों और सुलेमानी की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों को आतंकी ताकतें घोषित करने के समर्थन में मतदान किया है। तेहरान स्थित मेहर न्यूज एजेंसी ने एक रिपोर्ट में कहा है कि तिहरा-आवश्यक प्रस्ताव 23 अप्रैल, 2019 को पहले से पुष्टि किए गए विधेयक का एक संशोधन है, जिसने वाशिंगटन द्वारा ईरान के इस्लामिक रेवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) को आतंकवादी संगठन ठहराए जाने के बाद इसके जवाब के तौर पर अमेरिकी सेंट्रल कमांड को भी आतंकी संगठन घोषित किया था।
पाकिस्तान शामिल नहीं होगा : विदेश मंत्री
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने पुष्टि करते हुए कहा है कि अमेरिका-ईरान के बीच चल रहे तनाव में पाकिस्तान हिस्सा नहीं लेगा। डॉन न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार को सीनेट को संबोधित करते हुए कुरैशी ने कहा कि क्षेत्रीय विशेषज्ञों के अनुसार, सुलेमानी की मौत के परिणाम 2011 के हमले से ज्यादा खतरनाक हो सकते हैं, जिसमें अलकायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन मारा गया था और 2019 से भी ज्यादा खतरनाक, जिसमें इस्लामिक स्टेट (आईएस) प्रमुख अबु बकर अल-बगदादी मारा गया था। उन्होंने कहा कि मैंने क्षेत्र के महत्वपूर्ण विदेश मंत्रियों से संपर्क करने का फैसला किया। कल (रविवार) मैंने ईरान के विदेश मंत्री से विस्तार से चर्चा की और इस पर पाकिस्तान का रुख रखा तथा उनसे जानकारी ली। उन्होंने कहा, मध्य-पूर्व में स्थिति बहुत नाजुक और चिंताजनक है।
Created On :   8 Jan 2020 7:52 AM IST