भारतीय दूतावास ने बमबारी से बचने के लिए बनाए गए अस्थायी बम आश्रयों की सूची फंसे नागरिकों के साथ साझा की
- गूगल मैप पर बम से बचाव वाले नजदीकी आश्रय स्थलों का विवरण उपलब्ध
डिजिटल डेस्क, कीव। यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने रूस द्वारा तीव्र बमबारी के बीच फंसे हुए भारतीय छात्रों के साथ स्थानीय प्रशासन द्वारा बमबारी से बचने के लिए बनाए गए अस्थायी आश्रयों की एक सूची साझा की है। दूतावास ने एक एडवाइजरी में कहा कि यूक्रेन मार्शल लॉ के तहत है, जिससे आवाजाही मुश्किल हो गई है। एडवाइजरी में कहा गया है, ऐसे छात्र जो कि कीव में फंसे हुए हैं उनके ठहरने की व्यवस्था के लिए दूतावास प्रतिष्ठानों के संपर्क में है।
इसमें आगे कहा गया है, हम जानते हैं कि कुछ निश्चित स्थानों पर एयर सायरन और बम की चेतावनी सुनी जा रही है। अगर आप ऐसी स्थिति का सामना कर रहे हैं तो गूगल मैप पर बम से बचाव वाले नजदीकी आश्रय स्थलों का विवरण उपलब्ध है, जिनमें से कई आश्रय स्थल भूमिगत मेट्रो में स्थित हैं। दूतावास ने यह भी कहा कि वे निकासी के लिए हर संभव उपाय कर रहे हैं।
दूतावास ने कहा, हालांकि, दूतावास स्थिति के मद्देनजर संभावित समाधान तलाश रहा है, अपने आसपास की चीजों को लेकर सतर्क और सुरक्षित रहें तथा आवश्यक नहीं होने पर अपने घरों से नहीं निकलें। हर समय अपने दस्तावेज अपने पास रखें। इससे पहले दिन में, यूक्रेन में भारतीय राजदूत ने फंसे हुए भारतीय नागरिकों से संपर्क किया था और उन्हें आगाह करते हुए कहा था कि स्थिति अत्यधिक तनावपूर्ण और बहुत अनिश्चित है और निश्चित रूप से यह बहुत चिंता का कारण बन रही है।
यूक्रेन में भारतीय राजदूत पार्थ सत्पथी ने कहा, मैं कीव से आपसे सम्पर्क कर रहा हूं। आज सुबह हम सभी इस खबर के साथ जागे कि यूक्रेन पर हमला हो गया है। उन्होंने सभी से शांत रहने और ²ढ़ता के साथ स्थिति का सामना करने का अनुरोध करते हुए कहा कि हवाई क्षेत्र बंद है, रेलवे की समयसारिणी अनिश्चित है और सड़कों पर भीड़भाड़ है। उन्होंने कहा कि कीव में भारतीय दूतावास खुला हुआ है और उसका कामकाज जारी है।
सत्पथी ने कहा, मैं आपसे आग्रह करता हूं कि कृपया आप जहां भी हों, अपने परिचित स्थानों पर रहें। जो लोग पारगमन (बीच रास्ते) में हैं, कृपया अपने परिचित स्थानों पर लौट आएं। सत्पथी ने कहा, जो लोग यहां कीव में फंसे हुए हैं, कृपया कीव में अपने दोस्तों और सहयोगियों, विश्वविद्यालयों और समुदाय के अन्य सदस्यों से संपर्क करें, ताकि आप अस्थायी रूप से वहां ठहर सकें।
उन्होंने कहा कि दूतावास यूक्रेन में भारतीय प्रवासियों से पहले ही संपर्क कर चुका है और उनसे अनुरोध किया है कि वे भारतीयों की अपनी सर्वश्रेष्ठ क्षमता के साथ सहायता करें। सत्पथी ने कहा, मेरे पास और दूतावास में बड़ी संख्या में कॉल आ रही हैं और हम मदद करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। यदि कोई गंभीर आपात स्थिति है, तो प्रदान की गई आपातकालीन लाइनों पर हमसे संपर्क करें।
भारतीय राजदूत ने भारतीय मूल के नागरिकों से किसी भी अपडेट जानकारी के लिए दूतावास के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम) को फॉलो करने के लिए भी कहा। उन्होंने कहा कि भारत सरकार अब तक कि स्थिति से अवगत है और इस कठिन परिस्थिति का समाधान खोजने के लिए मिशन मोड पर काम कर रही है।
इससे पहले दिन में, यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने घोषणा की थी कि वे फंसे हुए नागरिकों को निकालने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था कर रहे हैं। विदेश मंत्रालय भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए यूक्रेन के आसपास के सभी पड़ोसी देशों के संपर्क में है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा यूक्रेन में एक सैन्य अभियान की घोषणा के बाद यूक्रेन के हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया गया है। इस वजह से यूक्रेन में हजारों भारतीय फंस गए हैं।
(आईएएनएस)
Created On :   24 Feb 2022 9:00 PM IST