विकास की संभावनाओं के साथ-साथ जोखिमों से भरा हुआ है चीन का OBOR प्रोजेक्ट : IMF
- अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने शुक्रवार को चीन की महत्वाकांक्षी 'वन बेल्ट वन रोड (OBOR)' परियोजना को जोखिमों से भरी हुई बताया है।
- चीन ने जमीन और समुद्री रास्तों से व्यापार मार्गों को बेहतर बनाने के लिए OBOR प्रोजेक्ट शुरू किया है।
- 'OBOR परियोजना चीन की एक महत्वपूर्ण पहल है। इससे क्षेत्र में व्यापार
- निवेश समेत अन्य क्षेत्रों में भागीदारी को बढ़ावा मिलेगा लेकिन इसके साथ ही इसमें कर्ज की स्थिरता का
डिजिटल डेस्क, वॉशिंगटन। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने शुक्रवार को चीन की महत्वाकांक्षी "वन बेल्ट वन रोड (OBOR)" परियोजना को जोखिमों से भरी हुई बताया है। आईएमएफ के प्रवक्ता गैरी राइस ने नियमित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा है कि चीन की OBOR परियोजना व्यापार के साथ-साथ क्षेत्रीय सहयोग में प्रोत्साहन के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है लेकिन यह जोखिमों से भरी हुई है। राइस ने कहा, "OBOR परियोजना चीन की एक महत्वपूर्ण पहल है। इससे क्षेत्र में व्यापार, निवेश समेत अन्य क्षेत्रों में भागीदारी को बढ़ावा मिलेगा लेकिन इसके साथ ही इसमें कर्ज की स्थिरता का जोखिम बना रहेगा।"
राइस ने OBOR प्रोजेक्ट में जोखिमों का जिक्र करते हुए बताया, "अन्य बड़ी परियोजनाओं की तरह इस परियोजना पर भी कई आशंकाए हैं। इसमें प्रोजेक्ट से जुड़ने वाले देशों के ऊपर कर्ज बढ़ना शामिल है। यह कर्ज इन देशों के वहन करने की क्षमता से अधिक हो सकता है। साथ ही चीन पर भी कर्ज का भार काफी बढ़ सकता है।"
राइस ने कहा, इस परियोजना में ये आशंकाएं इस बात पर भी निर्भर करेंगी कि इस परियोजना को किस तरीके से लागू किया जाएगा और प्राइवेट सेक्टर की भागीदारी कितनी होगी। प्रोजेक्ट में सबसे महत्वपूर्ण होगा कि संतुलन कायम रहे।
बता दें कि चीन ने जमीन और समुद्री रास्तों से व्यापार मार्गों को बेहतर बनाने के लिए OBOR प्रोजेक्ट शुरू किया है। इस प्रोजेक्ट में कई हाईस्पीड रेल नेटवर्क होंगे, जिसका विस्तार यूरोप तक होगा। दुनिया के 60 देशों को अपने करीब लाने और दुनिया की दो तिहाई आबादी को अपनी अर्थव्यवस्था से सीधे जोड़ने के लिए चीन ने यह प्रोजेक्ट शुरू किया है। चीन अपने इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट से भारत को जोड़ने की भी कोशिश करता रहा है। हालांकि इस प्रोजेक्ट के पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर से गुजरने के चलते भारत इस प्रोजेक्ट का विरोध करता रहा है।
गौरतलब है कि चीन की वन बेल्ट वेन रोड परियोजना के तहत ही चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर (CPEC) को तैयार किया जा रहा है। चीन CPEC के माध्यम से अपने शिनजियांग प्रांत को पाकिस्तान के रणनीतिक तौर पर महत्वपूर्ण ग्वादर पोर्ट से जोड़ना चाहता है। इस योजना में सड़कों और रेल नेटवर्क को तैयार करने के साथ ही ऊर्जा परियोजनाओं को स्थापित करना भी शामिल है। यह परियोजना पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर से होकर गुजर रही है। इसके चलते भारत इस परियोजना का लगातार विरोध कर रहा है।
Created On :   30 March 2018 10:44 PM IST