पुलिस ने गिरफ्तारी के फुटेज को किया डिलीट, हो रही आलोचना
- जबरदस्ती के आरोप में अब चार अधिकारियों से पूछताछ की जा रही है
डिजिटल डेस्क, बर्लिन। जर्मन पुलिस पर आरोप लगाया कि गिरफ्तार होने के बाद मारे गए एक व्यक्ति पर पेप्पर स्प्रे का छिड़काव करने वाले अधिकारियों ने एक दर्शक के मोबाइल फोन से घटना के फुटेज को डिलीट कर दिया। इन खबरों के चलते पुलिस को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है।
समाचार एजेंसी डीपीए की रिपोर्ट के अनुसार, उस समय सुर्खियों में आए एक मामले में 39 वर्षीय व्यक्ति ने 7 अगस्त को गिरफ्तारी का पुरजोर विरोध किया था, जिसके कारण अधिकारियों ने उस पर पेप्पर-स्प्रे का इस्तेमाल किया।
उस व्यक्ति को गंभीर शारीरिक क्षति पहुंचाई गई, नतीजा यह हुआ कि उस व्यक्ति की गिरफ्तारी के तुरंत बाद पश्चिमी जर्मन शहर ओर-एर्केन्सविक में मौत हो गई थी। इस मामले की जांच आठ पुलिस अधिकारियों की टीम कर रही है।
लोक अभियोजक के कार्यालय ने रविवार को कहा कि पोस्टमार्टम से पता नहीं चला है कि 39 वर्षीय की मौत किस वजह से हुई।
माना जा रहा है कि यह शख्स ड्रग्स के नशे में था।
अमेरिकी पुलिस द्वारा गिरफ्तारी के दौरान जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या के व्यापक रूप से साझा किए गए फुटेज के जवाब में देश और अन्य जगहों पर बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हुए। इन पर काबू पाने के लिए जर्मन पुलिस ने कई गिरफ्तारियां की। इस दौरान पुलिस पर क्रूर रवैया अपनाने का आरोप लगा।
पुलिस के अनुसार, उस समय लगभग 150 दर्शकों ने पुलिस अभियान का अनुसरण किया, जिनमें से कई ने इसे वीडियो के जरिए अपने सेलफोन में कैद किया।
सरकारी वकील के कार्यालय ने कहा कि आरोप है कि पुलिस अधिकारी एक दर्शक के सेल फोन पर जबरदस्ती वीडियो रिकॉर्डिग को डिलीट कर दिया।
जबरदस्ती के आरोप में अब चार अधिकारियों से पूछताछ की जा रही है।
लोक अभियोजक ने कहा कि एक विशेषज्ञ फर्म को दर्शकों के सेल फोन पर संभावित रूप से हटाए गए वीडियो को डिलीट करने के लिए कमीशन दिया गया है।
(आईएएनएस)
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Created On :   29 Aug 2022 10:00 AM IST