रूस अपने दुश्मनों को हराने के लिए काफी मजबूत है
- कहा- हमने ईमानदारी से पश्चिमी देशों साथ अच्छे संबंध बनाने का प्रयास किया
डिजिटल डेस्क, मॉस्को। रूस के पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव ने लंबे समय से चली आ रही रसोफोबिया की परंपरा के कारण पश्चिम पर अपने देश के खिलाफ हाइब्रिड युद्ध छेड़ने का आरोप लगाया है। उनका मानना है कि भारी दबाव के बावजूद, मास्को विश्व व्यवस्था के अपने ²ष्टिकोण का बचाव करेगा।
पूर्व राष्ट्रपति के अनुसार, लगातार बढ़ती रूसी विरोधी भावना का कारण यह है कि मास्को दुनिया में एक मजबूत शक्ति बन गया है, जो अपने हितों के लिए खड़े होने और विदेशों में अपने नागरिकों की रक्षा करने में सक्षम है। उनका यह भी मानना है कि पश्चिम (रूस) को कमजोर और पूरी तरह से विनम्र बनाना चाहता है। बेहतर होगा, इसे अलग कर दें।
भारी दबाव और प्रतिरोध के बावजूद, मेदवेदेव का कहना है कि रूस अपने दुश्मनों को हराने और अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा करने के लिए काफी मजबूत है।
आरटी के मुताबिक, मेदवेदेव ने गुरुवार को कहा पश्चिम का उन्मादी रूसोफोबिया, जाहिरा तौर पर, कभी भी नीचे तक नहीं पहुंचेगा। हमारी सीमाओं तक नाटो का विस्तार, सभी मोचरें पर हमारे देश के खिलाफ आर्थिक और सूचना युद्ध, अंतहीन खतरे और धमकी, विदेशों में हमारे नागरिकों का भयंकर उत्पीड़न यह सब अंतरराष्ट्रीय स्थिति की अत्यधिक वृद्धि का कारण है, जो पूरी दुनिया इन दिनों अनुभव कर रही है।
उन्होंने मास्को के प्रति अपनी नीतियों को अनैतिक और अपराधी बताते हुए पश्चिमी नेताओं पर दोहरे मापदंड और पाखंड का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, हमने ईमानदारी से उनके साथ अच्छे संबंध बनाने का प्रयास किया।
(आईएएनएस)
Created On :   17 March 2022 11:00 PM IST