मिलों में गेहूं की खरीद कम होने से पाक पर मंडराया आटे का संकट
- आपूर्ति पर अंतिम विचार-विमर्श शुरू
डिजिटल डेस्क, इस्लामाबाद। खुले बाजार में कमी के बीच सरकार द्वारा अपने खजाने में गेहूं बंद करने के साथ पाकिस्तान पर आटा संकट मंडरा रहा है। सूत्रों ने द एक्सप्रेस ट्रिब्यून को बताया कि आटा मिलों ने इसकी कीमतों में संभावित गिरावट के डर से गेहूं और मिलिंग की खरीद कम कर दी थी।
अगर आपूर्ति और मांग के बीच का अंतर बढ़ता है तो आटा संकट का भी खतरा होता है। हालांकि, सरकारी सूत्रों ने दावा किया कि गेहूं की बहुतायत है और जल्द ही एक नई नीति की घोषणा की जाएगी। उन्होंने कहा कि आटे का संकट नहीं होगा।
पंजाब में आटे की कीमतों में 1,300 पीकेआर तक की बढ़ोतरी के बावजूद इसकी उपलब्धता स्थिर नहीं है। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने कहा कि सूत्रों ने बताया है कि सरकार ने आटा मिलों को अपने स्टॉक में गेहूं की जल्द आपूर्ति पर अंतिम विचार-विमर्श शुरू कर दिया है। आटा मिलों को सरकारी गेहूं की आपूर्ति जून के बजाय इसी महीने शुरू होने की संभावना है।
सूत्रों ने बताया है कि सरकार 20 किलो आटा बैग की कीमत 1,000-1,100 पीकेआर के बीच निर्धारित करने पर विचार कर रही है। सूत्रों के अनुसार लोगों को सस्ता आटा उपलब्ध कराने के लिए सरकार प्रति 20 किलो के बोरे पर 600 पीकेआर से अधिक की सब्सिडी वहन करेगी। सरकार ने देश के भंडार को मजबूत करने के लिए गेहूं के आयात पर भी विचार-विमर्श शुरू कर दिया है।
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Created On :   9 May 2022 3:30 PM IST