Covid-19: अमेरिका में नर्स को दी गई कोरोना वैक्सीन की पहली डोज, ट्रंप बोले- बधाई हो अमेरिका! बधाई पूरी दुनिया को!
- अमेरिका में कोरोना से निपटने के लिए वैक्सीनेशन शुरू
- पहली डोज न्यूयॉर्क की एक नर्स सैंड्रा लिंडसे को दी गई
डिजिटल डेस्क, वॉशिंगटन। अमेरिका में कोरोना से निपटने के लिए वैक्सीनेशन शुरू हो गया है। सोमवार को इसकी पहली डोज न्यूयॉर्क की एक नर्स सैंड्रा लिंडसे को दी गई। कोरोना वैक्सीनेशन का यह कार्यक्रम लाइव टीवी पर भी दिखाया गया। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कोरोना का वैक्सीनेशन शुरू होने पर अमेरिका और पूरी दुनिया को बधाई दी। डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट कर लिखा, "पहली वैक्सीन की डोज दे दी गई है। बधाई हो अमेरिका! बधाई पूरी दुनिया को!
वहीं कोरोना की वैक्सीन लेने के बाद नर्स ने कहा, "मैं आज काफी आशावान और राहत महसूस कर रही हूं।" लिंडसे को वैक्सीन की डोज दिए जाने से ठीक पहले गवर्नर एंड्रयू एम क्यूमो ने कहा, "मुझे विश्वास है कि यह वह हथियार है जो युद्ध को समाप्त कर देगा। अमेरिका में कोरोना के बढ़ते मामलों के देखते हुए शुक्रवार को फाइजर-बायोनटेक की वैक्सीन को फूड एंड ड्रग्स एडमिनिस्ट्रेशन ने इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दी थी। सोमवार को सुबह 9 बजे के बाद, क्वींस के लॉन्ग आइलैंड जूइश मेडिकल सेंटर में पहली बार चिकित्सकीय रूप से अधिकृत टीकाकरण हुआ।
बता दें कि दुनिया में कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित देश अमेरिका है। अब तक करीब 3 लाख लोग कोरोना संक्रमण से अपनी जान गंवा चुके हैं। इस महामारी से अकेले न्यूयॉर्क में 35,000 से अधिक लोग मारे गए हैं और अर्थव्यवस्था को भी गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा है। ऐसे में वैक्सीनेशन का शुरू होना इस देश के लिए राहत भरी खबर है। रविवार को कोरोनोवायरस वैक्सीन की लगभग 30 लाख डोज़ अमेरिका के 50 राज्यों में कई जगहों पर पहुंचाने के लिए ट्रक और कार्गो विमानों से भेजा गया। कोरोना वैक्सीन के डिस्ट्रीब्यूशन की देखरेख कर रहे जनरल गुस्ताव पर्ना ने कहा कि वैक्सीन की पहली खेप इस सप्ताह के अंत तक सभी राज्यों में पहुंचाई जाएगी।
फ़ाइज़र की कोरोना वैक्सीन को ब्रिटेन, कनाडा, बहरीन और सऊदी अरब में अप्रूवल मिल चुका है। इन्हीं देशों की तरह अमेरिका में भी वैक्सीन के लिए पहले हेल्थ वर्कर्स और केयर होम में रहने वालों को प्राथमिकता दी जा रही है। प्राथमिकता वाले समूह से अलग बाकी अमेरिकियों को जनवरी में वैक्सीन मिल सकेगी। माना जा रहा है कि अप्रैल तक वैक्सीन सभी के लिए सुनिश्चित हो सकेगी। फ़ाइज़र वैक्सीन पहली वैक्सीन है जिसने ट्रायल के आख़िरी चरणों में अच्छे नतीजे दिखाए थे। ये एमआरएनए वैक्सीन नई तरह की वैक्सीन है जो वायरस के जेनेटिक कोड के छोटे से हिस्से को लेकर शरीर को कोविड-19 से लड़ना सिखाती है और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बनाती है।
वैक्सीन के दो इंजेक्शन 21 दिन के अंतराल पर लगाए जाते हैं और दूसरी डोज़ बूस्टर का काम करती है। पहली डोज़ के बाद ही इम्यूनिटी काम करना शुरू कर देती है लेकिन दूसरी डोज़ दिए जाने के सात दिन बाद ही वैक्सीन अपना पूरा प्रभाव दिखाती है। वैक्सीन को बेहद कम तापमान पर स्टोर किया जाता है और इसकी वजह से इसको बांटना मुश्किल है। फाइज़र का कहना है कि टीकाकरण की जगह तक वैक्सीन को ड्राय आइस के स्पेशल कंटेनर्स में रख कर पहुंचाया जाएगा।
Created On :   14 Dec 2020 10:18 PM IST