चीन में देखने को मिल सकता है कोरोना का और भी खतरनाक रूप, चीनी लूनर न्यू ईयर पर बड़ी संख्या में लोग करेंगे यात्रा
- जीरो कोविड पॉलिसी लागू
डिजिटल डेस्क, बीजिंग। चीन में कोरोना का प्रचंड रूप देखने को मिल रहा है। देश में दिन-प्रतिदिन सक्रंमण तेजी से अपने पांव पसारता हुआ नजर आ रहा है। आलम यह है कि अस्पतालों में बेड की मारा-मारी मची हुई है। संक्रमण की रोकथाम के लिए चीन ने देश के कई शहरों में जीरो कोविड पॉलिसी लागू की थी। हालांकि, भारी विरोध प्रदर्शन के बाद सरकार ने अपनी पॉलिसी को हटा लिया था। जिसके बाद चीन में और तेजी से कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी देखी गई। वहीं जर्नल नेचर मेडिसन में प्रकाशित स्टडी के अनुसार चीन की राजधानी बीजिंग में लगभग 92 फीसदी लोग जनवरी के अंत तक संक्रमित हो जाएंगे, जबकि 76 फीसदी लोग दिसंबर 2022 तक ही संक्रमित हो चुके हैं। हालांकि, इससे पहले भी अमेरिका की एक हेल्थ एजेंसी ने दावा किया था कि अप्रैल आने तक देश में 80 फीसदी कोरोना फैल सकता है।
जीरो कोविड पॉलिसी हटना बड़ी चूक
पिछले महीने ही बीजिंग में जीरो कोविड पॉलिसी को हटाया गया था। जिसके कारण राजधानी में जबरदस्त तरीके से कोरोना का प्रकोप देखने को मिल रहा है। लोगों को कोविड जांच के लिए लंबी-लंबी कतार में खड़ा होना पड़ रहा है। शासन और प्रशासन के लिए कोरोना एक बड़ी चुनौती बनकर उभरा है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, चीनी सरकार कोरोना के बढ़ते आंकड़े को दुनिया से छुपा रही है। दरअसल, स्टडी में यह भी पता लगा है कि चीन के जीरो कोविड-19 पॉलिसी में छूट देने की वजह से वायरस की संक्रमण दर 3.44 फीसदी बढ़ गई है।
आधी से ज्यादा आबादी होगी संक्रमित
पेकिंग यूनिवर्सिटी की स्टडी के अनुसार चीन के गांसु प्रांत के 91 फीसदी लोग कोरोना संक्रमित हैं, जबकि युन्नान और किन्हाई के 80 फीसदी से ज्यादा लोग कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। चाइनीज सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल के पूर्व प्रमुख जेंग गुआंग ने चेतावानी देते हुए कहा कि लाखों लोग चीनी लूनर न्यू ईयर मनाने के लिए अलग-अलग जगहों पर जाएंगे। जिसकी वजह से कोरोना के मामलों में उछाल आ सकता हैं।
बड़ी संख्या में लोग करेंगे यात्रा
चीन में लूनर न्यू ईयर की छुट्टियां आधिकारिक तौर पर 21 जनवरी से शुरू होती है। इनमे लोग अपने-अपने गांव और घरों को जाते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि इस साल करीब दो अरब से ज्यादा लोग यात्रा करने वाले हैं। कई लाख लोग पहले ही यात्रा कर चुके हैं। चीन में कोरोना के बढ़ने की वजह से उसकी अर्थव्यवस्था चरमरा गई है। वहीं लोगों के लिए बेड नहीं है और यहां तक की मरे हुए लोगों के लिए श्मशान भी नहीं मिल रहे है।
Created On :   14 Jan 2023 8:34 PM IST