रूस और यूक्रेन युद्ध के चलते कच्चा तेल आठ साल के उच्चतम स्तर पर, 104 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंचा

Crude oil reached an eight-year high, $ 104 a barrel due to war between Russia and Ukraine
रूस और यूक्रेन युद्ध के चलते कच्चा तेल आठ साल के उच्चतम स्तर पर, 104 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंचा
यूक्रेन-रूस संकट रूस और यूक्रेन युद्ध के चलते कच्चा तेल आठ साल के उच्चतम स्तर पर, 104 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंचा
हाईलाइट
  • रूस तेल का दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक देश है
  • रूस और यूक्रेन विवाद के बीच कच्चे तेल के दामों में हुई बढ़ोत्तरी
  • रूस तेल का तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक

 डिजिटल डेस्क, मास्को। रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध होने से अंतराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल आठ साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है। गुरुवार को विदेशी बाजारों में कच्चा तेल 104 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर पहुंच गया। वर्ष 2014 के बाद पहली बार विदेशी बाजारों में कच्चे तेल के दाम में इतनी तेजी दर्ज की गयी है। लंदन का ब्रेंट क्रूड 7.3 प्रतिशत यानी 7.07 डॉलर की छलांग लगाकर अगस्त 2014 के बाद के उच्चतम स्तर 103.91 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।

अमेरिकी क्रूड भी सात प्रतिशत यानी 6.43 डॉलर की तेजी के साथ जुलाई 2014 के बाद के उच्चतम स्तर 98.53 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। रूस तेल का तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक और दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक देश है। इस युद्ध से और रूस पर लगाये गये प्रतिबंधों ने तेल आपूर्ति संकट की चिंता बढ़ा दी है। तेल का भंडार भी फिलहाल कम है और आपूर्ति संकट की हालत में तेल भंडारण बढ़ाये जाने का चलन जोर पकड़ने लगता है, जिसका असर कच्चे तेल की कीमतों पर दिखता है।

भारत के लिये ये स्थिति और भी चिंताजनक है क्योंकि यह अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिये आयात पर निर्भर होता है। आपूर्ति संकट से घरेलू बाजार में भी तेल के दाम बढ़ने की आशंका रहती है। आईआईएफएल सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष अनुज गुप्ता ने कहा कि ब्रेंट क्रूड 10 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंच गया है और जल्द ही यह 105 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंच जायेगा।

एमसीएक्स में यह 7,500 से 7,88 रुपये के स्तर पर पहुंच सकता है। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के सीनियर एनालिस्ट तपन पटेल के अनुसार, भू-राजनैतिक चिंताओं के कारण कच्चे तेल के दाम तेजी से बढ़े हैं। रूस की सेना यूक्रेन में घुस चुकी है, जिससे यूरोप में युद्ध होने से वैश्विक तेल आपूर्ति के संकट में पड़ने का खतरा मंडराने लगा है।

गौरतलब है कि यूक्रेन और रूस के बीच की तनावपूर्ण स्थिति से अब युद्ध का रूप ले लिया है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के दोनबास में विशेष सैन्य अभियान शुरू करने की घोषणा की है लेकिन यूक्रेन का कहना है कि रूस ने उस पर तीनों मार्ग यानी थल, जल और वायु से हमला कर दिया है। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक यूक्रेन ने दावा किया है कि रूस की सेना पूर्वी सेरनिव,खारकीव और लुहांस्क में घुस आयी है। यूक्रेन के मुताबिक रूस की सेना दक्षिणी शहरों ओडेसा और मुरीपोल में जलमार्ग से उतरी है। यूक्रेन की राजधानी कीव में धमाके सुने जा रहे हैं।

यूक्रेन सेना ने दावा किया है कि उसने चार रूसी तोपों को खारकिव शहर के पास ध्वस्त कर दिया है। उसने लुहांस्क के एक शहर में रूस के 50 सैनिकों को मारने और पूर्वी इलाके में छह रूसी युद्धक विमानों को मार गिराने का दावा किया है। हालांकि, रूस ने यूक्रेन के सभी दावों को खारिज कर दिया है। रूस समर्थिक विद्रोहियों ने यूक्रेन के दो विमानों को गिराने का दवा किया है।

(आईएएनएस)

Created On :   24 Feb 2022 5:00 PM IST

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